अजमेर में दरगाह के पास से 2 घुसपैठिए गिरफ्तार, बॉर्डर पर तारों के नीचे से भारत में घुसे थे
अजमेर। राजस्थान पुलिस ने अजमेर दरगाह क्षेत्र में फर्जी परिचय पत्र के आधार पर किराए पर रह रहे दो बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। दोनों पहले भी फर्जी तरीके से भारत में आ चुके हैं। दोनों पिछले दो महीने से अजमेर में व्यवसाय कर रहे थे।
अजमेर दरगाह थाने के पुलिस निरीक्षक नरेन्द्र सिंह ने बताया कि फर्जी आईडी में दोनों ने अपने नाम नाहिद शेख और नादिया शेख लिखवा रखे हैं। युवती का असली नाम महमूद अख्तर (30) और युवक का असली नाम नाहिद हुसैन (21) है। दोनों भाई-बहन हैं। दोनों के फर्जी आधार कार्ड में पश्चिम बंगाल के 24 परगना का जिक्र है। दोनों करीब दो महीने से अजमेर में रहकर कपड़ों का कारोबार कर रहे थे। सीआईडी ने शक के आधार पर जांच की तो दोनों के घुसपैठिए होने का खुलासा हुआ। इन्हें मंगलवार शाम को गिरफ्तार किया गया। दोनों के असली आईडी कार्ड भी बरामद कर लिए गए हैं। दोनों घुसपैठिए बांग्लादेश के जिला मुंशीगंज के रहने वाले हैं। युवती पहले भी दो-तीन बार अजमेर आ चुकी है।
15 हजार रुपये देकर भारत में एंट्री
बांग्लादेशी युवती ने कहा कि वह नौकरी करने के लिए भारत आई थी। बांग्लादेश-भारत बॉर्डर पर एजेंट को 15 हजार रुपये देकर भारत में एंट्री की थी। भारत-बांग्लादेश सीमा के बीच कई एजेंट रहते हैं। पहले भी पैसे देकर भारत में एंट्री ली थी। एजेंट के साथ सौदा होने के बाद वह बॉर्डर पर लगे तारों के नीचे से एंट्री कराते हैं। बांग्लादेश में काम नहीं मिलने के कारण यहां नौकरी करने आते हैं।