राजस्थान में मल्लिकार्जुन खड़गे का ऐलान, हमारी सरकार बनी तो तत्काल दिया जाएगा महिला आरक्षण
जयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को राजधानी जयपुर की धरती से महिला आरक्षण से लेकर अडाणी तक के मुद्दे पर केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए। राहुल गांधी ने कहा कि पूरे विपक्ष ने महिला आरक्षण का समर्थन किया। हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण आज से ही लागू हो लेकिन भाजपा इसे दस साल बाद लागू करना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओबीसी वर्ग को भागीदारी देना चाहते हैं लेकिन जातिगत जनगणना से क्यों डर रहे हैं? वे अडाणी से भी डरते हैं। बीजेपी वाले वोट मांगने आएं तो उनसे पूछना कि जातिगत जनगणना क्यों नहीं करवा रहे हो? सम्मेलन को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने सम्मेलन में कांग्रेस की तरफ से वादा किया कि यदि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो महिला आरक्षण का लाभ तत्काल दिया जाएगा।
खड़गे और राहुल गांधी शनिवार को मानसरोवर में प्रदेश कांग्रेस के नए भवन के शिलान्यास समारोह और कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए थे। राहुल गांधी ने विशेष सत्र और महिला आरक्षण बिल को लेकर सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश का नाम बदलना चाहती थी। वे इंडिया का नाम भारत करना चाहते थे, इसीलिए संसद का विशेष सत्र बुलाया था लेकिन इसे रोककर महिला आरक्षण बिल ले आए। राहुल गांधी ने कहा कि पहले हिंदुस्तान का नाम 'इंडिया' से 'भारत' बदलने की बात थी लेकिन संविधान में साफ लिखा है कि ''इंडिया'' और ''भारत'', दोनों नाम एक ही हैं। इंडिया वर्सेस भारत का कोई झगड़ा नहीं है। मगर, कोशिश हुई कि इंडिया और भारत के बीच लड़ाई कराओ लेकिन जनता ने इसे स्वीकार नहीं किया।
महिला आरक्षण बिल सबसे पहले राजीव गांधी लेकर आए
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल सबसे पहले राजीव गांधी लेकर आए थे लेकिन इस मौजूदा बिल को लेकर हम कुछ सवाल उठा रहे हैं, जिसका जवाब मांगते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान को नब्बे लोग चलाते हैं। आज के हिंदुस्तान को एमएलए या एमपी नहीं बल्कि प्रधानमंत्री और उनके नब्बे अफसर साथ चलाते हैं। ये अफसर हिंदुस्तान की सरकार के सचिव हैं। प्रधानमंत्री ओबीसी की बात करते हैं लेकिन इन 90 अफसरों में सिर्फ तीन ओबीसी हैं। उनके पास हिंदुस्तान का सिर्फ पांच प्रतिशत बजट है।
जातिगत जनगणना भी करवाइए-
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर वर्ग को सही प्रतिनिधित्व देने के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है। इस जनगणना से पता चल जाएगा कि हिंदुस्तान में किस वर्ग के कितने लोग हैं। हम ओबीसी को भागीदारी देने की बात करते हैं लेकिन जब तक ओबीसी कितने हैं, यह पता नहीं लगेगा तो कैसे काम होगा? प्रधानमंत्री जातिगत जनगणना से क्यों डरते हैं? हमने ये जनगणना करवाई थी, आंकड़े आपके पास हैं, उन आंकड़ों को हिंदुस्तान की जनता के सामने रख दीजिए और अगली जनगणना में जातिगत जनगणना भी करवाइए। ओबीसी का अपमान मत कीजिए। मोदी न तो अडाणी की बात कर पाते हैं, न ही ओबीसी के बारे में बात करते हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर -
राहुल गांधी ने कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश भर से पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बब्बर शेर कहकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान के रणथंभौर में शेर दिखने में कई घंटे लग जाते हैं, और फिर एक झलक में वो दिखकर सामने से ओझल हो जाता हैं लेकिन यहां पर पहली बार मैंने देखा है कि हजारों बब्बर शेर एक साथ बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार ने चिंरजीवी योजना जैसी हेल्थ स्कीम दी है। 500 रुपये में सिलेंडर दिया है। यह सभी काम कार्यकर्ता जनता को जाकर बताएं। राहुल ने कहा कि यहां कार्यकर्ता शांति से बैठे हुए हैं। यहां नफरत की बाजार नहीं, मोहब्बत की दुकान है। अहंकार और नफरत नहीं, मोहब्बत, इज्जत और प्यार है। यह फर्क है बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में, दोनों के बीच विचारधारा की लड़ाई चल रही है।
उन्होंने उद्योगपति अडाणी का नाम लेकर संसद सत्र का उदाहरण दिया। राहुल ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने पार्लियामेंट में अडाणी जी वाला भाषण दिया था, लेकिन ''उनकी'' नई आदत है कि वो पहले माइक बंद करवा देते थे और अब टीवी भी बंद करवा देते हैं, तो शायद बात लोगों तक नहीं पहुंचती। राहुल गांधी ने कहा कि मेरा वो भाषण बीजेपी वालों ने जरूर देखा। इसके बाद मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द हुई। जैसे गाड़ी में एक्सीलेटर दबाते हैं वैसे ही मेरे केस का एक्सीलेटर दबा दिया गया और दो दिन में ही निर्णय लेकर हिंदुस्तान में पहली बार सांसद पर मानहानि की दो साल की अधिकतम सज़ा देते हुए मेरी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। इसलिए, क्योंकि डर लगता है। राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से मुकाबला करने के टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के बब्बर शेर (कार्यकर्ता) के सामने जब भी कोई बीजेपी कार्यकर्ता आए, तो उसके सामने अडाणी का नाम ले लो, वो ये सुनते ही वहां से भाग जाएगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बीजेपी कार्यकर्ताओं से सवाल पूछने को कहा कि प्रधानमंत्री और अडाणी के बीच रिश्ता क्या है?
प्रदेश कांग्रेस के नए मुख्यालय के शिलान्यास के बाद सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेष सत्र के नाम पर संसद को एग्जीबिशन सेंटर बना दिया। नई संसद के लोकार्पण के समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया। यह राष्ट्रपति का अपमान नहीं तो क्या है? इससे पहले जब रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति थे तो उन्हें भी नए संसद भवन के शिलान्यास में नहीं बुलाया गया, क्योंकि वे उन्हें अछूत मानते हैं। अगर उनके हाथों से शिलान्यास करवाया होता तो उस जगह को गंगाजल से धोना पड़ता। ये केवल कहने के लिए दलित और आदिवासी को आगे करने की बात कहते हैं।
महिला आरक्षण बिल को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए खड़गे ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनते ही मोदी घबरा गए और वोटों की खातिर इस बिल को लेकर आए हैं लेकिन इसे 2030 में लागू करने की बात करते हैं। उस वक्त न मोदी रहेंगे न ही भाजपा के बाकी लोग। उन्होंने कहा कि जब मनमोहन सिंह और राजीव गांधी के कार्यकाल में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया था तो सबसे पहले भाजपा ने ही इसका विरोध किया था। इनकी न नीयत साफ न ही नीति ठीक है। ये झूठे हैं और झूठ बोलते जाते हैं। इसलिए लगता है कि कहीं ये बिल भी एक जुमला बनकर न रह जाए। खड़गे ने कहा कि 2024 में कांग्रेस सरकार आई तो तत्काल महिला आरक्षण देंगे।
खड़गे ने कहा कि महिला आरक्षण बिल सबसे पहले कांग्रेस सरकार लाई थी। उस समय इन्हीं लोगों ने इसका विरोध किया था, जो अभी सरकार में हैं। ये लोग बहुत सयाने हैं। बीजेपी फिर से सत्ता में आ गई तो मनु के दिन आएंगे और आप फिर से गुलाम बन जाएंगे। आप फिर से गुलाम होना चाहते हैं क्या? उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई मोदी और बीजेपी के खिलाफ है। ये लड़ाई हम 140 करोड़ लोगों के हक और हिफाजत के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने तंज कसा कि चुनावों में मोदी सरकार हमारे खिलाफ दो-तीन उम्मीदवार खड़ा कर देती है। पहला उम्मीदवार तो बीजेपी का होता है, वहीं ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स को उम्मीदवार बना हमारे सामने खड़ा कर दिया जाता है। जब हमारे सम्मेलन होते हैं, तो दूसरे ही दिन छापा डाल दिया जाता है।
उन्होंने अपने भाषण में राजस्थान का जिक्र करते हुए कहा कि 26 जून, 1948 को कांग्रेस का पहला अधिवेशन जयपुर में हुआ था। इस अधिवेशन में राजस्थान के लोगों ने दिल खोलकर मदद की थी। इस अधिवेशन की चर्चा पूरे हिंदुस्तान में हुई थी। उस वक्त खुद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यहां तक कह दिया था कि इतना पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है। तब राजस्थान के कार्यकर्ताओं ने कहा था कि कांग्रेस के इस अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाने के लिए ही हम सबने मिलकर इतनी मेहनत की है।
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जयपुर में राजस्थान कांग्रेस के नए भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महासचिव केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई नेता मौजूद रहे। राजस्थान कांग्रेस के मुख्यालय का नया भवन मानसरोवर में बनेगा, जहां इसके लिए करीब छह हजार वर्गगज भूमि आवंटित की गई है और इस पर करीब 80 करोड़ रुपये की लागत आएगी।