राजस्थान में वोटिंग पैटर्न ने बढ़ाई राजनीतिक दलों की चिंता, अटकलें तेज
राजस्थान में रिकॉर्ड मतदान
जयपुर। विधानसभा चुनावों में इस बार 74.96 प्रतिशत वोटिंग हुई है। जो पिछली बार के 74.06 प्रतिशत के आंकड़े से लगभग एक फीसदी बढ़ गई है। वर्ष 2018 की तुलना में वोटिंग प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी भी कई सीटों पर उलटफेर कर सकती है। वोटिंग पैटर्न ने साफ सियासी अलार्मिंग वाले संकेत दे दिए हैं। गहलोत सरकार के सात मंत्रियों की सीटों पर पिछली बार की तुलना में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। सीएम अशोक गहलोत और 18 मंत्रियों के इलाकों में वोट प्रतिशत घटा है। इनमें 10 मंत्रियों के इलाकों में वोट प्रतिशत घटने का आंकड़ा बहुत मामूली है। जो एक प्रतिशत से कम है। राज्य में मामूली वोटों से कई बार सियासी उलटफेर होता रहा है। इसलिए भी वोटिंग के इस पैटर्न को लेकर सियासी हलकों में अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट सरदारपुरा में इस बार 2.59 प्रतिशत वोटिंग में कमी आई है। 2018 में सरदारपुरा सीट पर 67.09 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जो इस बार घटकर 64.50 फीसदी रह गई है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी नाथद्वारा में इस बार 78.20 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जबकि 2018 में 76.44 फीसदी वोटिंग हुई थी।
इन 10 मंत्रियों के इलाकों में एक फीसदी से कम घटी वोटिंग
शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, उदयलाल आंजना, विश्वेंद्र सिंह, प्रमोद जैन भाया, शाले मोहम्मद, अशोक चांदना, भंवर सिंह भाटी, राजेंद्र यादव, सुखराम बिश्नोई और सुभाष गर्ग के इलाकों में एक फीसदी से कम वोटिंग घटी है।मंत्री मुरारीलाल मीणा के क्षेत्र दौसा में पिछली बार से 5.98 फीसदी वोटिंग कम हुई हैं। बानसूर से शकुंतला रावत के क्षेत्र में 4.26 प्रतिशत, कामां से जाहिदा खान की सीट पर 4 प्रतिशत, सिकराय से ममता भूपेश के इलाके में 2.96 प्रतिशत और बांसवाड़ा से अर्जुन बामणिया की सीट पर 2.51 प्रतिशत वोटिंग कम हुई है। महेंद्र जीत मालवीय की सीट पर 1.44 और टीकाराम जुली की सीट पर 1.41 प्रतिशत वोट कम पड़े हैं।
डोटासरा, राठौड़ की सीट पर वोटिंग बढ़ी:वसुंधरा राजे, हनुमान बेनीवाल की सीटों पर वोटिंग प्रतिशत गिरा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की सीटों पर वोटिंग में काफी इजाफा हुआ है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल की सीट पर वोटिंग प्रतिशत गिरा है। डोटासरा की सीट लक्ष्मणगढ़ पर 2.08 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है। लक्ष्मणगढ़ में 2018 में 74.39 प्रतिशत, जबकि इस बार 76.47 प्रतिशत वोटिंग हुई है। राजेंद्र राठौड़ की तारानगर सीट पर पिछली बार से 7.05 प्रतिशत वोट ज्यादा पड़े हैं। तारानगर सीट पर 2018 में 75.25 प्रतिशत वोटिंग हुई। जबकि इस बार 82.30 प्रतिशत पोलिंग हुई है। वसुंधरा राजे की झालरापाटन सीट पर इस बार 76.67 प्रतिशत वोटिंग हुई है, जबकि 2018 में 78.43 प्रतिशत पोलिंग हुई थी। आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल की खींवसर सीट वर 2018 में 75.58 प्रतिशत वोट पड़े जबकि इस बार घटकर 72.50 प्रतिशत ही वोटिंग हुई है।