राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन सस्पेंस बरकरार ? वसुंधरा राजे ने 70 विधायकों से मुलाकात कर दिखाई ताकत
वसुंधरा राजे ने विधायकों से की मुलाकात
जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। दिल्ली में सीएम पद को लेकर मंथन जारी है। एक ओर प्रदेश में बाबा बालकनाथ के सीएम बनने के नाम की अटकलें जारी है। वहीँ दूसरी और वसुंधरा राजे का नाम भी तेजी से सीएम पद की रेस में शामिल हो गया ,
वसुंधरा राजे अपने समर्थक विधायकों से लगातार मुलाकात कर रही है। उन्होंने सोमवार को 47 विधायकों से मुलाकात की है। इसे वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।वसुंधरा के समर्थक और 8 बार के विधायक कालीचरण सराफ ने दावा किया है कि उनसे 70 विधायकों ने मुलाकात की है। वे जहां गईं, वहां भाजपा जीती है। वसुंधरा सर्वमान्य नेता हैं। वसुंधरा के आवास पर मंगलवार को भी विधायकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
वसुंधरा राजे के अलावा बाबा बालकनाथ, गजेंद्र सिंह शेखावत, दिया कुमारी का नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में बना हुआ है। वहीं राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इन सभी नेताओं से ज्यादा अनुभव राजे के पास है और जो अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के काम आ सकता है।
वसुंधरा से इन विधायकों ने की मुलाकात -
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलने के लिए कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रेमचंद बैरवा, गोविंद रानीपुरिया, ललित मीणा, कंवरलाल मीणा, राधेश्याम बैरवा, कालूलाल मीणा, केके विश्नोई, विक्रम बंशीवाल आदि पहुंचे।इनके अलावा भागचंद टाकड़ा, रामस्वरूप लांबा, प्रताप सिंह सिंघवी, गोपीचंद मीणा, बहादुर सिंह कोली, शंकर सिंह रावत, मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, समाराम गरासिया, रामसहाय वर्मा, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, शत्रुघ्न गौतम, गजेंद्र खींवसर, गुरवीर सिंह आदि ने भी वसुंधरा के आवास पर उनसे मुलाकात की।