भंवरी का शव जलाने में मददगार अशोक का समर्पण

Update: 2012-01-17 00:00 GMT

जोधपुर। राजस्थान के नर्स भंवरी देवी हत्याकांड में फरार चल रहे एक आरोपी अशोक विश्नोई

ने मंगलवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। अशोक विशनाराम विश्नोई का भाई है। उस पर भंवरी देवी की हत्या के बाद उसकी लाश जलाने में मदद का आरोप है।
सीबीआई उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इधर, भंवरी को जलाकर राख नहर में बहाने के आरोपी हिस्ट्रीशीटर विशनाराम और कैलाश जाखड को सीबीआई ने दो दिन और रिमांड पर लिया है। दूसरी तरफ जेल में बंद लूणी विधायक मलखान सिंह और भंवरी के पति अमरचंद समेत पांच आरोपियों को सोमवार को दुबारा कोर्ट में पेश करने पर उनकी न्यायिक हिरासत 30 जनवरी तक बढा दी गई।
सीबीआई ने कैलाश जाखड को पक़डने के बाद उसकी निशानदेही पर विशनाराम को भी पुणे से गिरफ्तार कर लिया था। ये दोनों 5 जनवरी से रिमांड पर चल रहे हैं। उन्हें जालोडा में मौके पर ले जाकर नहर से भंवरी की हाथघडी व अधजली हडि्डयां बरामद की थी, लेकिन खड्डे की मुरड खोदने वाले फावडे और शव जलाने में जिस मोटरसाइकिल से पेट्रोल निकाला था, वह बरामद नहीं हो सकी। गौरतलब है कि भंवरी देवी जोधपुर के बिलाडा इलाके से सितंबर में लापता हो गई थी।
बाद में जांच में यह सामने आया कि उसकी अपहरण के बाद हत्या कर दी गई और सबूत मिटाने के लिए उसकी लाश को खुर्द-बुर्द कर दिया गया। इस मामले में राज्य के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और विधायक मलखान सहित कई लोग जेल में बंद हैं।

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