नई दिल्ली। उत्तार प्रदेश में पिछड़े वर्ग को अपने साथ जोड़ने के लिए सारे दांव लगा रही भाजपा ने इस वर्ग से अपनी प्रमुख नेता उमा भारती को भी चुनाव लड़ाने का फैसला कर चुनावी जंग को रोचक कर दिया है।
भाजपा में वापसी के बाद उत्तार प्रदेश से अपनी नई पारी शुरू करने वाली उमा भारती के चुनाव लड़ने से पार्टी को बुंदेलखंड के साथ अन्य हिस्सों में भी लाभ मिल सकता है। कल्याण सिंह के पार्टी से जाने के बाद से राज्य में मजबूत पिछड़ा वर्ग नेता की तलाश कर रही भाजपा ने पहले तो उमा भारती को मध्य प्रदेश की राजनीति के बजाए उत्तार प्रदेश में मुख्य प्रचारक की भूमिका दी और अब उनको चुनाव मैदान में भी उतारकर उनकी भावी भूमिका भी तय कर दी है।
उत्तार प्रदेश की चुनावी जंग में अपना 'ट्रंप कार्ड' खेलते हुए भाजपा ने स्टार प्रचारक उमा भारती को विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। उमा भारती बुंदेलखंड में महोबा जिले की चरखारी सीट से चुनाव लड़ेंगी।
पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उमा की उम्मीदवारी का एलान करते हुए साफ किया, यह पार्टी की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी के सवाल पर साफ किया कि पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव में जा रही है। इसके साथ ही भाजपा ने राज्य में आक्रामक चुनाव अभियान की तैयारी भी कर ली है।
राज्य में टिकटों के बंटवारे में जातीय व सामाजिक समीकरण साधने के बाद भाजपा अब आक्रामक प्रचार अभियान की तैयारी में है। राज्य के सभी 403 विधासभा क्षेत्रों में केंद्रीय नेता पहुंचेंगे और उसके स्टार प्रचारक अपने दौरे में हर दिन पांच सभाओं को संबोधित करेंगे।
राज्य में 20 से 30 जनवरी तक निकाली जानी वाली सत्ता हटाओ पदयात्राओं के बीच भाजपा 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन 'संविधान बचाओ, मजहबी आरक्षण हटाओ' दिवस के रूप में मनाएगी।
पार्टी उपाध्यक्ष व प्रचार अभियान के प्रभारी मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है इस कार्यक्रम के तहत राज्य की सभी 403 सीटों पर 'महाआरती' कार्यक्रम होंगे। इसमें पार्टी कार्यकर्ता जुलूस निकालने के बाद भीमराव अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस व भारतमाता के चित्रों की सामूहिक आरती करेंगे।