ओस्लो। भावनात्मक अलगाव के आधार पर प्रवासी भारतीय दंपती
से अलग किए गए दो बच्चों को उनके चाचा को सौंपा जाएगा। भारत और नार्वे के बीच बु
नार्वे चाईल्डकेयर सर्विसेज ने बच्चों को उनके माता-पिता से अलग कर दिया था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि नार्वे में दूतावास के माध्यम से भारत सरकार, नार्वे नगर निगम, नार्वेजियन चाईल्ड सर्विसेज, अभिभावक और उनके वकील के बीच हुए समझौते में अनुरूप के भाई को दोनों बच्चों की देखभाल के लिए नामित किया गया। समझौते में कहा गया है कि चाचा अरूणाभाश अभिभावकों की इच्छा पर सहमत हो गए हैं और जिम्मेदारी से भी अवगत हैं। वह बच्चों की देखभाल करेंगे। वहीं भारत सरकार बच्चों के मेडिकल केयर और बेहतर तरीके से पालन-पोषण करने की जिम्मेदारी उठाएगी।