युवाओं को मिली देशभक्ति की प्रेरणा

Update: 2012-01-30 00:00 GMT

भोपाल। देश के युवाओं को संस्कारित होने से देश की सभी समस्याओं का समाधान होगा। देश की सभी समस्याओं से लडऩे के लिए मातृभूमि के प्रति गौरव का भाव रखने वाले युवा चाहिए और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ऐसे ही लोगों का निर्माण संघ की शाखाओं के माध्यम से कर रहा है। यह विचार संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्री इन्द्रेश जी ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किये। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय युवा शिविर के समापन के अवसर पर बोल रहे थे।
भोपाल के जंबूरी मैदान पर 27 जनवरी की सायं से चल रहे तीन दिवसीय युवा शिविर में 18 से 30 वर्ष की आयु के 600 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र में प्रांत शारीरिक प्रमुख प्रवीण जी ने पुण्यभूमि भारत विषय पर उद्बोधन करते हुए बताया कि हमें भारत के प्रति गर्व का भाव रहे ऐसे विचार हमारी युवा पीढ़ी में जागृत होने के लिए इतिहास की कई त्यागमय घटनाओं का उदाहरण दिया। रात्रि कार्यक्रम में बाबा सत्यनारायण मौर्य ने कई चुटीली बाते व देशभक्ति के गीतों में उपस्थित अधिकारियों सहित सभी को नृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया। साथ ही लाला लाजपतराय, स्वामी विवेकानंद, भारतमाता, सरस्वती माता, भगतसिंह आदि के बड़े चित्र भी देखते-देखते अपनी कूचे से बना दिये।
शिविर में शारीरिक के कार्यक्रमों में विशेष रूप से रस्साखेंच प्रतियोगिता व बाधादौड़ आकर्षण का केन्द्र रही। मतांतरण, आदर्श परिवार, लक्षित हिंसा आदि विषयों पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने खुलकर अपने विचार प्रकट किए। कई ज्वलंत विषयों पर लगाई प्रदर्शनी शिविरार्थियों एवं आगंतुक के आकर्षण का केन्द्र रही। शिविर में पूर्व सरसंघचालक मा.सुदर्शन जी सहित संघ के कई वरिष्ठ अधिकारी सदानन्द सप्रे जी, नेरन्द्र जी जैन, अरुण जी, सुहास भगत जी, हेमन्त जी, अनिल तामडु जी, दीपक शर्मा जी, दीपक खडडर जी उपस्थित थे। मा. इन्द्रेश कुमार जी शिविर में पूरे समय उपस्थित रहे। 

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