कोलकाता | दिल्ली में बीते सप्ताह एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की वारदात के बाद जहां पूरे देश में उबाल है और आए दिन विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं, नेताओं के इस मसले से जुड़े विवादित बयान से काफी बवाल हो रहा है। ज्ञात हो कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र और पश्चिम बंगाल से कांग्रेस सांसद अभिजीत मुखर्जी के प्रदर्शनकारी महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी के बाद अब पश्चिम बंगाल के एक और नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर टिप्पणी कर बवाल खड़ा कर दिया है। सीपीएम के वरिष्ठ नेता अनीसुर रहमान ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि वह बताएं कि रेप के लिए कितना चार्ज लेंगी। हालांकि, बाद में पश्चिम बंगाल के इस पूर्व मंत्री और माकपा नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की गई बेहद अभद्र टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। बुधवार को पूर्व मंत्री अनीसुर रहमान ने उत्तरी दिनाजपुर जिले के इटहर में एक रैली में कहा था कि मैं ममता से पूछना चाहूंगा कि बलात्कार के बाद अगर किसी को 20 हजार रुपये दिए जाते हैं, तो उनका (ममता का) रेट क्या होगा। रहमान ने मुख्यमंत्री द्वारा बलात्कार पीड़ित के लिए हाल में किए गए 20 हजार रुपये के मुआवजे का जिक्र करते हुए यह बात कही। सीपीएम की ओर से विधानसभा में उपनेता अनीसुर रहमान ने उत्तरी दिनाजपुर के इटाहर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने वादा किया था कि वह महिलाओं, किसानों और गरीबों सहित सभी वर्गों की बेहतरी के लिए काम करेगी। लेकिन महिलाओं के लिए कुछ अच्छा नहीं हुआ, वह हर आए दिन रेप की शिकार हो रही हैं। जब हमलोग सत्ता में थे तब वह रेप पीड़ितों के लिए मुआवजा मांगने रायटर्स बिल्डिंग भी आई थीं। उस समय हमने कहा था कि ये लड़कियां समाज से बहिष्कृत हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आपसे (ममता) ज्यादा उपयुक्त कोई नहीं हो सकता है। यदि अन्य रेप पीड़ितों का मुआवजा 20 हजार है, तो आपका क्या होना चाहिए। किसी ने आपके साथ रेप किया तो आपका मुआवजा कितना होगा। गौरतलब है कि सीपीएम नेता ने यह टिप्पणी ममता बनर्जी की उस घोषणा के बाद यह टिप्पणी की, जिसमें मुख्यमंत्री ने एक महीना पहले रेप पीड़ित को 20 हजार रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा की थी।उधर, पार्टी रहमान के इस बयान के बेहद खफा है। रहमान को पार्टी कार्यालय बुलाकर कहा गया कि यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद माफी मांगते हुए रहमान ने कहा कि मैंने रेप की घटनाओं में पीड़ित को राज्य सरकार की ओर से दिए जाने वाले मुआवजे के मुद्दे पर बोलने के दौरान भूलवश मुख्यमंत्री के बारे में कुछ बातें कहीं। व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री या किसी को अपमानित करने की मेरी कोई मंशा नहीं थी।मुख्यमंत्री पर टिप्पणी को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा में रहमान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस देते हुए इसे काफी अशोभनीय करार दिया।