एक अंग्रेजी दैनिक के अनुसार भगत सिंह फाउंडेशन आफ पाकिस्तान के अध्यक्ष एवं पंजाब प्रांत के गवर्नर के मानवाधिकार सलाहकार अब्दुल्ला मलिक ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्नी शाहबाज शरीफ के प्रवक्ता एवं सीनेटर परवेज राशिद ने फाउंडेशन के सदस्यों से मुलाकात करके उन्हें आश्वासन दिया कि शादमान चौक का नाम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने संबंधी विधेयक को संसद में पारित कराया जाएगा।
मलिक ने बताया कि सीनेटर शौकत बसरा ने इससे संबंधित विधेयक सदन के समक्ष पेश कर दिया है लेकिन इसे औपचारिक रूप से पेश लिए जाने और पारित किया जाना है१ फाउंडेशन प्रतिवर्ष 23 मार्च को शादमान चौक पर शहीदी दिवस मनाता है और वह लंबे समय से इस चौक को भगत सिंह का नाम देने की मांग कर रहा है।
भारत माता के वीर सपूत भगत सिंह,राजगुरू और सुखदेव को 23 मार्च 1931 को लाहौर में फांसी दे दी गई थी। जानकारों का मानना है कि इन तीनों ने शादमान चौक पर ही फांसी के फंदे को गले लगाया था। पाकिस्तान के कई संगठन इस चौक का नामकरण भगत सिंह के नाम पर करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार अब तक इस मामले में टालमटोल कर रही थी।
एक अन्य संगठन 'वर्ल्ड पंजाब कांग्रेस' के अध्यक्ष फखर जमान का कहना है कि पाकिस्तान में भगत सिंह को सम्मान दिया जाना चाहिए क्योंकि नायक किसी एक देश अथवा धर्म की सीमा से परे होते हैं। वे सभी सीमाओं को लांघर जुल्म, अत्याचार और तानाशाही के विरूद्ध आवाज उठाते हैं१ उन्होंने कहा कि उनका संगठन पिछले 20 वर्षो से शादमान चौक पर भगत सिंह का स्मारक बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी।
जमान ने कहा 'अब समय आ गया है कि नागरिक समाज पंजाब के महान नायक को श्रद्धांजलि देने के लिए देश में उनका स्मारक बनवाए।'