सीआइडी सूत्रों के मुताबिक वोहरा नेबताया है कि पुलिस चौकी हटाए जाने की जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भंट्टाचार्य व पूर्व मुख्य सचिव प्रसाद रंजन राय को पहले से थी। बोहरा ने बताया कि घटना के पांच दिन पहले राज्य सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिव के साथ माकपा नेता लक्ष्मण सेठ को लेकर हुई बैठक में तेखाली ब्रिज से पुलिस चौकी हटाने का फैसला हुआ था। इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
गौरतलब है कि 10 नवंबर, 2007 को नंदीग्राम के गोकुलनगर में तृणमूल कर्मियों द्वारा निकाली गई रैली पर अज्ञात लोगों ने फायरिंग की थी, जिसमें सात तृणमूल कर्मियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। उनके शव को भी वहां से गायब कर दिया गया था।