थियोसोफिकल लॉज की दीवार तोड़कर बनेगा वॉकिंग ट्रैक, निगम के नोटिस पर सोसायटी सचिव ने दी सहमति
ग्वालियर| पिछले कई वर्षों से बिना किसी आयोजन के संचालि
सिंधिया रियासत काल में फूलबाग स्थित टेकरी को तत्कालीन पदाधिकारियों ने सोसायटी के नाम से आवंटित करा लिया था। उस समय टेकरी पर एक मंदिर था इस वजह से यह भूमि संभागायुक्त कार्यालय के अधीन कार्य करने वाले माफी औकाफ विभाग की थी। औकाफ विभाग ने सोसायटी को आजादी से पूर्व टेकरी पर स्थित मंदिर की देखरेख का काम दे दिया। यहां धीरे-धीरे सोसायटी की गतिविधियों के संचालन के लिए लॉज का निर्माण कर लिया गया।
वॉकिंग ट्रैक में बाधा बनने पर नोटिस थमाया
नगर निगम द्वारा फूलबाग परिसर में वॉकिंग ट्रैक का निर्माण कराया जा रहा है। बोट क्लब के सामने सड़क के दोनों ओर इसका निर्माण भी शुरू हो चुका है मगर लॉज के सामने इसका निर्माण नहीं हो सका है। ऐसा यहां सड़क संकरी होना तथा दूसरी तरफ लॉज की दीवार होना है। ट्रैक के निर्माण के लिए लॉज की दीवार को तोडऩे की जरूरत पड़ी। इस पर नगर निगम ने सोसायटी को जनवरी में नोटिस जारी किया था। पहले तो सोसायटी के पदाधिकारियों ने निगम के इस नोटिस के खिलाफ संभागायुक्त कार्यालय के अधीन औकाफ विभाग में चुनौती दी। मगर जब वहां से किसी तरह की राहत नहीं मिली तब कई दिनों की बहानेबाजी के बाद निगम को सोसायटी की ओर से दीवार तोडऩे की सहमति दे दी गई। इसके पीछे सोसायटी के सचिव प्रो. हरिशंकर द्विवेदी ने तर्क दिया कि दीवार हटाने की अनुमति उन्हें तमिलनाडु स्थित सोसायटी के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय से लेनी पड़ेगी। निगम के सख्त रुख के सामने उनकी एक नहीं चली और उन्हें दीवार तोडऩे की सहमति देना पड़ी।
''वॉकिंग ट्रैक के निर्माण के लिए लॉज की दीवार को तोडऩे की सहमति सोसायटी की ओर से मिल गई है। बारिश के बाद दीवार को हटाने का काम शुरू किया जाएगा।
वेदप्रकाश निगमायुक्त
''तमिलनाडु के अडयार स्थित सोसायटी के मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद नगर निगम को दीवार तोडऩे की सहमति दी गई है। इसके साथ निगम अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे नई दीवार का निर्माण भी कराएंगे।