लखनऊ | केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), डीजल और गैस की की
लखनऊ | केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), डीजल और गैस की कीमतों में की गयी वृद्धि को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने 20 सितम्बर को भारत बंद का ऐलान किया है. बंद को सफल बनाने के लिए सूबे के अलग-अलग हिस्सों में बड़े नेताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी गयी हैं. भाजपा ने उप्र में 20 सितम्बर को प्रस्तावित भारत बंद के मद्देनजर पार्टी नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अभियान में जुटने का निर्देश दिया है. भाजपा के भारत बंद की गम्भीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 19 सितम्बर को पार्टी मुख्यालय में होने वाली संगठन की महत्वपूर्ण बैठक को टाल दिया है. सूत्रों के मुताबिक बैठक को आगे खिसकाने का मुख्य उददेश्य 20 सितम्बर को होने वाले भारत बंद पर ध्यान केंद्रित करना है.उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रेमश पोखरियाल निशंक को भी भाजपा ने उत्तर प्रदेश में बंद को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है. निशंक 20 सितम्बर को मेरठ में भाजपा कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करेंगे. निशंक के अलावा भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह को लखनऊ, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी को कानुपर, राज्यसभा सांसद विनय कटियार को आगरा, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को गाजियाबाद में बंद को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.भाजपा आलाकमान की ओर से इलाहाबाद में करुणा शुक्ला, गोरखपुर में रामनाथ कोविंद, मुरादाबाद में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही और सहारनपुर में विधानमंडल दल के नेता हुकुम सिंह को पार्टी कार्यकर्ताओं के नेतृत्व की जिम्मदारी सौंपी गयी है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बंद को सफल बनाने के लिए ही बड़े नेताओं को मैदान में उतारा गया है. मंहगाई, एफडीआई और डीजल की कीमतों में की गयी वृद्घि के खिलाफ 20 सितम्बर को भाजपा के नेता सड़कों पर उतरेंगे.