उन्नाव | उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में कथित खजाने की खोज के लिए सोमवार को चौथे दिन भी भी खुदाई का कार्य जारी है। राजा राम बख्श सिंह के किले के परिसर में आज 1,000 टन सोने की तलाश में खुदाई चल रही है। एएसआई की निगरानी में डौड़ियाखेड़ा गांव स्थित किले में अब तक पौने चार फीट खुदाई की गई है। उधर, सुप्रीम कोर्ट में आज उस जनहित याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के डौंडिया खेड़ा गांव में सोने की तलाश में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से की जा रही खुदाई पर निगरानी रखने का आग्रह किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सोने के खजाने की तलाश के लिये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा की जा रही खुदाई में फिलहाल हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव स्थित डौड़ियाखेड़ा गांव में कथित खजाने की तलाश का काम रोके जाने की अटकलों पर विराम लगाते हुए जिला प्रशासन ने आज चौथे दिन भी राजा राव रिपीट राव राम बख्श सिंह के किले की खुदाई का काम शुरू कराया।
उपजिलाधिकारी विजय शंकर दुबे ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की निगरानी में पूर्वाहन 10 बजे खुदाई का कार्य शुरू कराया। दुबे ने बताया कि कल तक कुल 102 सेंटीमीटर खुदाई हुई थी। गत 18 अक्तूबर को शुरू हुई खोदाई के पहले दिन 15 सेंटीमीटर, दूसरे दिन 55 सेंटीमीटर तथा तीसरे दिन 32 सेंटीमीटर खुदाई हुई थी।
राजा राव रामबख्श सिंह के किले में एक हजार टन सोना दबा होने का दावा करने वाले साधु शोभन सरकार की कोशिशों के बाद शुरू हुई खुदाई में क्या मिल रहा है, इस बारे में अधिकारी कुछ भी नहीं बता रहे हैं। वहीं, खुदाई स्थल पर मीडिया का जाना बिल्कुल प्रतिबंधित कर दिया गया है।
इस बीच, हजार टन सोने की तलाश में कड़ी सुरक्षा के बीच हो रही खुदाई में कोई मनमाफिक चीज नहीं मिलने से स्थानीय लोगों के आकर्षण में खासी कमी आई है। पहले दिन जहां खुदाई स्थल के आसपास मेले जैसा माहौल था, वहीं तीसरे और चौथे दिन इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई दिए।
गौर हो कि पुरातत्वविदों ने 18 अक्तूबर को खजाने की तलाश में खुदाई शुरू की थी। साधु शोभन सरकार के सपने के आधार पर 19वीं सदी के किले के अंदर खुदाई की जा रही है। उन्होंने दावा किया था कि राजा उनके सपने में आए थे और उन्हें किले के अंदर 1,000 टन सोना दबा होने की बात कही।