मैं क्रिप्ट में कोई बदलाव नहीं करताः अनिल

Update: 2013-03-11 00:00 GMT

मुम्बई |  अनिल कपूर का कहना है कि एक फिल्म निर्माता के नाते वह लेखक की स्क्रिप्ट से न तो कोई छेड़छाड़ करते हैं और न ही उसमें कोई बदलाव ही करते हैं। अनिल ने बतौर निर्माता कुछ फिल्में बनाई हैं।
अनिल स्क्रीनराइटर्स लैब प्रेस वार्ता उन्होंने कहा कि मैं स्क्रिप्ट का पालन करता हूं। मैंने जब ‘गांधी माय फादर' बनाई थी तब स्क्रिप्ट में कोई बदलाव नहीं किया था। मैंने यह नहीं सोचा था कि यह व्यावसायिक फिल्म है या नहीं। आपको बस स्क्रिप्ट में विश्वास होना चाहिए फिर भले ही यह व्यावसायिक हो या न हो। उन्होंने कहा कि मैं उन निमार्ताओं में से हूं जो अगर स्क्रिप्ट पसंद आ जाए तो फिर सब काम निर्देशक पर छोड़ देते हैं। मैं इसमें दखलंदाजी नहीं करता। अनिल कपूर ने बतौर निर्माता पहली फिल्म ‘बधाई हो बधाई’ 2002 में बनाई थी। इसके बाद उन्होंने ‘माय वाइफ्स मर्डर’, ‘शॉर्ट कट: दि कोन इज ऑन’, ‘आयशा’ और ‘नो प्रोब्लम’ भी बनाईं। स्क्रीनराइटर्स लैब 2013 ऐसी कार्यशाला हैं जहां छह स्क्रिप्ट लेखकों को फिल्म विशेषज्ञों की देखरेख में कहानी लिखने का मौका दिया जाता है। इसका आयोजन भारतीय फिल्म विकास निगम करता है।

Similar News