नई दिल्ली | कानून व्यवस्था लागू करने के लिए महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढाए जाने की तेज होती मांग के बावजूद देश के पुलिसबल में उनकी संख्या केवल 5.33 प्रतिशत है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार राज्य पुलिस बलों के कुल 15,85,117 कर्मियों में से महिलाओं की संख्या मात्र 84,479 यानि 5.33 प्रतिशत है।
इसके अलावा देश के 15000 पुलिसथानों में से महिला पुलिस थानों की संख्या 499 है। दिल्ली में 16 दिसंबर को एक 23 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद से पुलिसबलों में महिलाओं की संख्या बढाए जाने की मांग बढ़ रही है। वर्ष 2011 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 2,28,650 मामले दर्ज किए गए थे जिनमें से 24,206 मामले बलात्कार के थे। उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों की कुल संख्या 1,73,341 है जिनमें से 2,586 यानि 1.49 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मी हैं। आंध्र प्रदेश में भी 89,325 पुलिसकर्मियों में से 2,031 यानि 2.27 प्रतिशत महिलाएं हैं। बिहार में 67,964 पुलिसकर्मी हैं जिनमें से 1,485 (2.18 प्रतिशत) महिलाएं हैं. मध्य प्रदेश में 2011 में बलात्कार के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए। वहां भी 76,506 पुलिसकर्मियों में से मात्र 3,010 (3.93 प्रतिशत) महिला कर्मी हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और चंडीगढ़ में पुलिसबलों में महिलाओं का प्रतिनिधितत्व अपेक्षाकृत बेहतर है। महाराष्ट्र में कुल 1,34,696 पुलिसकर्मियों में से 20,062 (14.89 प्रतिशत), तमिलनाडु में कुल 95,745 में से 10,118 (10.57 प्रतिशत) और चंडीगढ़ में कुल 7,308 पुलिकर्मियों में से 985 (13.48 प्रतिशत) महिलाएं हैं। दिल्ली में कुल 75,169 पुलिसकर्मी हैं जिनमें से 5,356 (7.13 प्रतिशत) महिला पुलिसकर्मी हैं।