नई दिल्ली। चीनी सेना के भारतीय सीमा के लद्दाख में घुसपैठ और शिविर डालने के बाद भी चीन रूकने का नाम नहीं ले रहा है। घुसपैठ के इस मसले पर विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद अगले माह की नौ तारीख को चीन दौरे करेंगे। खुर्शीद ने कहा कि सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों की अपनी-अपनी राय है। विदेश मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें इस बारे में बहुत ज्यादा विस्तार में बात करनी चाहिए क्योंकि प्रक्रिया को समाधान निकालने दीजिए। प्रक्रिया के बारे में कोई शक या दिक्कत पैदा मत कीजिए।’ खुर्शीद की इन टिप्पणियों से एक दिन पहले दोनों पक्षों की फ्लैग मीटिंग बेनतीजा रही थी और चीन ने मांग की कि भारत को वहां बनाए कुछ बंकरों को ध्वस्त करना चहिए। खुर्शीद ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के नजरियों में फर्क है और जब नजरिये भिन्न होते हैं, कई बार जमीन पर असहमतियां जगह ले लेती हैं। दोनों देश वास्तविक नियंत्रण रेखा तय करने की प्रक्रिया में हैं।
गौरतलब है कि चीन की सेना ने भारतीय सीमा में 10 किमी भीतर तक घुसपैठ कर रखी है। लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में उसने 15 अप्रैल को अस्थायी शिविर बना लिया। पीछे हटने से भी मना कर रही है। अब खबर है कि उसके दो हेलिकॉप्टरों ने 21 अप्रैल को भारतीय सीमा में करीब 100 किमी भीतर तक उड़ान भरी थी। इस सबके मद्देनजर भारत ने पूरी चीन सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। जबकि चीनी हेलिकॉप्टर लेह के दक्षिण-पूर्वी इलाके में दाखिल हुए थे।