मुम्बई | केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने वयोवृद्ध अभिनेता प्राण को मुम्बई स्थित उनके आवास पर दादासाहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया। भारतीय सिनेमा का यह सर्वोच्च सम्मान है। 93 वर्षीय प्राण पिछले सप्ताह दिल्ली में आयोजित 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के अवसर पर स्वास्थ्य कारणों से शिरकत नहीं कर पाए थे। तिवारी ने प्राण के आवास पर कहा, "प्राण साब को सम्मानित करना गौरव की बात है। भारतीय सिनेमा में उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया है और प्राण को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने से इस अवार्ड की महत्ता और बढ़ गई है।" प्राण ने लगभग छह दशकों के अपने करियर में 400 से अधिक फिल्में की हैं, और खलनायक एवं नायक के साथ-साथ चरित्र अभिनेता का किरदार भी बखूबी निभाया है। नायक के रूप में करियर की शुरुआत करने वाले प्राण को फिल्म 'मधुमिता', 'जिद्दी' और 'राम और श्याम' में खलनायक के किरदार से पहचान मिली थी। इन फिल्मों की सफलता ने उन्हें बॉलीवुड में खलनायक का प्रतीक बना दिया था।