उत्तराखंड में बारिश का कहर, 25 की मौत

Update: 2013-06-17 00:00 GMT

देहरादून | उत्तराखंड में लगातार जारी भारी बारिश और बादल फटने की वजह से 25 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है तथा 50 अन्य बह गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात से शुरू हुई बारिश लगातार दो दिनों से जारी है तथा मौसम विभाग ने आगे भी गरज के साथ बौछारें पड़ने की सम्भावना जताई है। अधिकारियों के मुताबिक, रामबाड़ा में बादल फटने से 50 लोग लापता हो गए हैं। सबसे अधिक प्रभावित होने वाले इलाकों में रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी भी शामिल हैं जहां मंदाकिनी नदी अपने उफान पर है और नदी का पानी रामबाड़ा के बाजार में घुस गया है। जहां अधिकारी पानी में बहे लोगों के आंकड़े बताने से इंकार कर रहे है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि 24 से अधिक लोग पानी की धारा के साथ बह गए हैं। भारी बारिश को देखते हुए चार धाम की यात्रा रुक गई है तथा हजारों श्रद्धालु बद्रीनाथ, गंगोत्री, केदारनाथ और यमुनोत्री के रास्ते में फंस गए हैं। एक अधिकारी ने कहा, "आगे और बारिश तथा भूस्खलन की आशंका के बीच चार धाम की यात्रा और हेमकुंठ साहब की यात्रा रोक दी गई है।" केदारनाथ और गौरीकुंड में राहतकार्य एवं फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को तैनात कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि गंगा भागीरथी और अस्सी गंगा उफान पर है और हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान पर पहुंच गई है। चार धाम की यात्रा के लिए जाने वाले यात्रियों को रोकने के लिए पुलिस ने ऋषिकेष में नाकेबंदी कर दी है। मौसम विभाग का कहना है कि जून महीने में हुई बारिश ने 88 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। शनिवार और रविवार के बीच राजधानी देहरादून में सुबह और शाम 220 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्युडी) के अधिकारियों ने कहा कि बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर आवाजाही रुक गई है। गढ़वाल इलाके की 123 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं।

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