नई दिल्ली | उत्तराखंड में बारिश, बाढ़ व बादलों के भीषण कहर के बाद अब चारों तरफ से मदद के हाथ बढ़ने लगे है। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी बाढ़ से तबाह उत्तराखंड में पीड़ितों की मदद के लिए अपना एक महीने का वेतन दान करेंगे।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति ने संबंधित विभाग से कहा है कि वह उनका इस महीने का वेतन उत्तराखंड मुख्यमंत्री राहत कोष में भेज दे। विदित हो कि वर्तमान में राष्ट्रपति का मासिक वेतन डेढ़ लाख रुपए है। इस त्रासदी को देखते हुए राष्ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश की अपनी वार्षिक यात्रा पहले ही रद्द कर दी है, जिससे कि अभूतपूर्व बारिश से जूझ रहे इस राज्य पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े। प्रणब 28 जून से एक जुलाई के बीच शिमला की यात्रा पर जाने वाले थे।
हिमाचल प्रदेश में मंडी, कुफरी, कसौली, किन्नौर सहित विभिन्न क्षेत्रों में हुई भारी बारिश की वजह से संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी बारिश के बाद हुए भूस्खलन की वजह से किन्नौर में करीब 50 घंटों तक फंसे रहे थे, जिन्हें बाद में हेलीकॉप्टर की मदद से निकाला जा सका था।
गौरतलब है कि केदारनाथ से कल 123 और शव मिलने के बाद उत्तराखंड में आई इस अभूतपूर्व त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 673 तक जा पहुंची है। वहीं मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि भारी पैमाने पर हुई इस तबाही में मरने की संख्या 1,000 तक पहुंच सकती है।