चेन्नई | तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों को हिरासत में लिए जाने की ताजा घटना की पृष्ठभूमि में केंद्र की संप्रग सरकार पर अपने मछुआरों को ‘असहाय’ छोड़ देने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जयललिता ने कहा, ‘जब तक भारत सरकार अधिक दृढ़ता का परिचय नहीं देती तथा श्रीलंका पर दबाव बनाने के लिए तत्परता के साथ कदम नहीं उठाती तब तक अपने मछुआरों की जल्द रिहाई अथवा भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की संभावना क्षीण नजर आती है।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे इसको लेकर भी संदेह है कि श्रीलंका सरकार इस मामले को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए भारत सरकार के साथ बातचीत करने को लेकर गंभीर हैं।’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इसका उल्लेख दुख के साथ करना पड़ रहा है कि इस पत्र के लिखे जाने के साथ ही श्रीलंकाई नौसेना द्वारा 20 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करने की घटना एक बार फिर सामने आई है।’ उन्होंने बीते 19 सितम्बर को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा 19 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किए जाने का भी उल्लेख किया।