राहुल पर कार्यसमिति का फैसला अंतिम : सोनिया गांधी

Update: 2014-01-17 00:00 GMT

नई दिल्‍ली | प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं बनाने का सीडब्ल्यूसी का निर्णय अंतिम है। लोकसभा चुनाव 2014 के मद्देनजर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की बैठक शुक्रवार सुबह तालकटोरा स्‍टेडियम में शुरू हुई। एआईसीसी बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राहुल गांधी की भूमिका को लेकर कांग्रेस कार्य समिति का फैसला अंतिम है। राहुल के बारे में फैसला लिया जा चुका है। कल जो फैसला लिया गया है वो फाइनल है।
राहुल के बारे में निर्णय तय हो चुका है। उन्‍होंने यह भी कहा कि आगामी चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्‍मीदवार घोषित नहीं किया जाएगा। सोनिया ने अपील की कि संसद में लंबित भ्रष्टाचार विरोधी विधेयकों को पारित करने के लिए सभी दलों को दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर मदद करनी चाहिए। इस मामले में कांग्रेस ने अपने स्‍तर पर गंभीर पहल किए हैं।
कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा कि हम जो कहते हैं, वह करते हैं। कांग्रेस आगे की लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस ने पहले भी संकट के कई दौर देखे हैं। नेहरू ने एक बार कहा था कि कांग्रेस के लिए मुश्किलों भरा होगा रास्‍ता। इसके लिए कांग्रेस मूल्‍यों को लेकर प्रतिबद्ध है। सबको साथ लेकर चलना कांग्रेस की परंपरा है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गरिमा के साथ नेतृत्‍व किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उम्‍मीद जगाते हुए उन्‍होंने कहा कि हमारी लड़ने की हिम्‍मत हमारे साथ है। हमारे कार्यकर्ता हर गली मोहल्‍ले में मौजूद हैं।
उन्‍होंने भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सेक्‍युलरिजम हमारे देश की पहचान है। आज सांप्रदायिक शक्तियों से सबसे बड़ी चुनौती है। सांप्रदायिक शक्तियों से देश को खतरा है। हम हिंसा बढ़ाने की विचारधारा को कैसे बर्दाश्‍त करें। विपक्ष दिखावी नरमी का नकाब ओढ़े हुए है। एकता के नाम पर एकरुपता अपना रही है विपक्ष। बीजेपी समाज का बांटने का काम करती है। मुख्य विपक्षी दल समाज को बांट रहा है, हिंसा फैला रहा है। धर्म निरपेक्षता राजनीतिक बाध्यता नहीं, लेकिन कांग्रेस के लिए यह आस्था का मामला है।
सोनिया कहा कि 2014 आम चुनाव भारत और इसके धर्मनिरपेक्ष परंपरा के लिए लड़ाई होगी। 2014 लोकसभा चुनाव करीब है, इसलिए हम यहां जुटे हैं। हम यहां यह स्पष्ट संकेत देने के लिए मिले हैं कि कांग्रेस आगे की लड़ाई के लिए तैयार है। चुनाव की अवधारणा हमारे संस्थापक पिता ने रखी थी, लिहाजा यह चुनाव भारत के लिए लड़ाई होगी। यह हमारे धर्मनिरपेक्ष परंपरा के लिए लड़ाई होगी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने पूर्व में मुश्किल समय का सामना किया है जो आज की अपेक्षा कहीं ज्यादा कठिन था।
उधर, इस मुद्दे पर विभिन्न नेताओं की मांग जारी रखने पर राहुल ने पार्टी महासचिव जनार्धन द्विवेदी के भाषण के बीच में कहा कि वह इस विषय पर जो कुछ भी महसूस करते हैं, उनके बारे में वह दोपहर में बोलते समय स्थिति स्पष्ट करेंगे। पर्यवेक्षक सीडब्ल्यूसी के कल के निर्णय पर सोनिया गांधी की टिप्पणी को राहुल को प्रधानमंत्री बनाने के विषय पर सत्र में नेताओं के अधिक जोर दिये जाने से बचने के संकेत के रूप में देख रहे हैं। सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया ने विभिन्न राज्यों के नेताओं की उस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था जिसमें राहुल गांधी को चुनाव से पहले प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाने की मांग की जा रही थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी में ऐसी कोई परंपरा नहीं है।

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