शिवपुरी। कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सेंट चाल्र्स स्कूल के सामने बीती रात चार अज्ञात नकाबपोश बदमाशों ने एक मजदूर परिवार के घर में घुसकर लूटपाट की और घर के सभी पांच सदस्यों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। सभी बदमाशों पर लाठी, प्लास और गुलेल आदि हथियार थे। पुलिस ने इस मामले में फरियादी अशोक पुत्र बाबूलाल ओझा की शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ भादवि की धारा 394, 11/13 एमपीडीपीके एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
घायल धर्मेन्द्र पुत्र अशोक ओझा ने बताया कि वह अपनी मां प्रेमा ओझा और पिता अशोक ओझा, भाई गोलू ओझा और पत्नी भावना ओझा के साथ अपनी पाटोर में सो रहा था। रात्रि करीब डेढ़ बजे वह लघुशंका के लिए उठा और वह लघुशंका के बाद घर में आ गया, तभी उसके दरवाजे को किसी ने खटखटाया तो उसने सोचा कि उसकी मां आई होगी। इस पर उसने दरवाजा खोल दिया। तभी चारों बदमाश घर में घुस आए और उन्होंने सबसे पहले धर्मेन्द्र के सिर पर रिंच से हमला किया। इसके बाद गुलेल से निशाने लगाने शुरू कर दिए। बदमाशों ने भावना के सिर पर भी वार किया, जिससे वह भी घायल हो गई। दोनों की आवाज सुनकर पास वाली पाटोर में सो रही उसकी मां, पिता और भाई ने वहां से बाहर निकलने के लिए दरवाजा खोला तो दरवाजा नहीं खुला। इस पर अशोक ने दरवाजा तोडऩा शुरू कर दिया, जिससे दरवाजा चौखट सहित बाहर आ गया।
जैसे ही अशोक ने बाहर निकलने की कोशिश की वैसे ही बाहर खड़े एक बदमाश ने अशोक के सिर में डंडा मार दिया, जिससे वह भी घायल हो गया। इसके बाद प्रेमा ने बाहर निकलने की कोशिश की तो बदमाश ने उसके मुंह में मुक्का मार दिया। तभी गोलू बाहर निकला तो एक बदमाश ने गुलेल से उसके गले पर निशाना लगाया, जिससे वह भी घायल हो गया। पांचों को घायल करने के बाद बदमाशों ने भावना के गले से मंगल सूत्र उतरवाया। इसके बाद उसके कान की झुमकी छीन ली और नाक में पहना कांटा और दो अगंूठी भी निकलवा लीं।
इसके बाद वहां रखा एक मोबाइल और धर्मेन्द्र के पर्स में रखे एक हजार रुपए उठाकर बदमाश भाग निकले। यह घटनाक्रम 10 से 15 मिनिट तक चला। बदमाशों के जाने के बाद पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुटी रही, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
बदमाशों ने पड़ोसियों के घरों की कुंदियां भी लगा दीं
धर्मेन्द्र के घर पर लूटपाट करने से पहले बदमाशों ने उसके पड़ोस में स्थित चार मकानों की कुंदियां बाहर से लगा दीं और बाद में बदमाशों ने जमकर ताण्डव मचाया।
ट्रेन आने के बाद बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम
घायल प्रेमाबाई ने बताया कि रात्रि करीब डेढ़ बजे उसका पुत्र धर्मेन्द्र लघुशंका के लिए कमरे से बाहर आया था, तभी खटपट हुई और वह जाग गई, लेकिन अपने पुत्र को देखकर वह सो गई, तभी उसे ट्रेन के आने की आवाज सुनाई दी और उसके आधे घण्टे बाद ही करीब दो बजे बदमाशों ने उसके घर पर हमला बोला। प्रेमाबाई के कथनों से यह प्रतीत होता है कि बदमाश बाहरी थे और ट्रेन से ही वह शिवपुरी आए थे। पूर्व में भी एक धाकड़ परिवार के यहां बदमाशों ने हमला कर लूटपाट की थी, जो रात्रि के समय ट्रेन से शिवपुरी पहुंचे थे और रेलवे स्टेशन के पास की कॉलोनियों में पहुंचकर लूटपाट की थी, लेकिन पुलिस ने उन बदमाशों को पकड़ लिया था।