ग्वालियर। बिना टिकट यात्रियों की धरपकड़ का असर दिखाई देने लगा है। इसके चलते पिछले चार माह में प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। वहीं बिना टिकट यात्रियों की चैकिंग में पकड़े गए लोगों से रेलवे को राजस्व प्राप्त हुआ है।
उल्लेखनीय है कि स्टेशन पर अपने परिजनों को छोडऩे और लेने आने वालों को नियमानुसार प्लेटफार्म टिकट खरीदना चाहिए, लेकिन इनमें से अधिकांश लोग इस नियम का पालन नहीं करते। इसके चलते रेलवे को राजस्व की हानि होती है। इसी को देखते हुए पिछले कुछ समय में रेलवे ने ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की। इसका असर पिछले एक माह में देखने को मिला जिसके अनुसार प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री बढ़ गई। 2012-13 में जितनी संख्या में प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री हुई वह दिसम्बर आते-आते बहुत कम हो गई थी। इसे देखते हुए ही एरिया मैनेजर अनिल शर्मा के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। इसके बाद पिछले चार माह में प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री में लगभग 16.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सन् 2012-13 में लगभग 5 लाख के प्लेटफार्म टिकट बिके थे। वर्ष 2013-14 में यह आंकड़ा लगभग 6 लाख से ऊपर निकल गया। वहीं रेलगाडिय़ों में यात्रा करने वाले बिना टिकट यात्रियो की चैकिंग में बिना टिकट लोगों को पकड़कर उनसे 14 लाख रूपए जुर्माने के रूप में वसूल किए गए।
इसी प्रकार रेलवे ने पार्सल कार्यालय से वर्ष 2012-13 में लगेज से लगभग 3 करोड़ 44 हजार रूपए की कमाई की थी जो 2013-14 में बढ़कर 3 करोड़ 72 लाख पर पहुंच गई। केवल पार्सल से रेलवे ने पिछले वर्ष के मुकावले इस वर्ष लगभग 71 लाख रूपए की अधिक कमाई की है।