नई दिल्ली । भारत रत्न दिये जाने को लेकर चल रहे कई नामों के चर्चाओं के बीच बीच एक और महान हाकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर ने भी इस पुरस्कार को पाने की इच्छा जाहिर की है। बलबीर ने कहा है कि वह भी देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान के हकदार हैं और उम्मीद है कि उन्हें यह जीते जी मिलेगा।
90 बरस के बलबीर का मानना है कि उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे। अभी तक सिर्फ पद्मश्री से नवाजे गए बलबीर ने कहा कि उपेक्षा से वह आहत हैं लेकिन सम्मान और पुरस्कार देना सरकार का फैसला होता है। उन्होंने कहा, ''यदि बतौर खिलाड़ी, कप्तान, कोच, मैनेजर और खेल प्रशासक मेरे रिकार्ड और उपलब्धियां देखें तो मुझे भारत रत्न मिलना चाहिये। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि यह सरकार या ईश्वर की मर्जी पर निर्भर होगा।’’
बलबीर ने कहा, ''मुझे भी भारत रत्न मिलने की उम्मीद है और वह भी जीते जी।’’ उन्होंने कहा कि वह पूरी जिंदगी गुरु गोबिंद सिंह की शिक्षा पर अमल करते आये हैं और भगवान कृष्ण के शब्द भी उनके कानों में गूंजते रहते हैं कि फल की इच्छा किये बिना कर्म करते रहना चाहिये। दुनिया के महानतम सेंटर फारवर्ड में शुमार बलबीर अपने दोस्त राम स्वरूप की बातें याद करके भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘वह मुझसे कहता था कि यह सतयुग नहीं बल्कि कलयुग है। जब तक आप खुद नहीं कहेंगे, आपकी उपलब्धियों को कोई नहीं सराहेगा। लेकिन मुझे नहीं पता कि अपना गुणगान कैसे किया जाता है।’’ बलबीर के परिवार ने भी कहा कि वह किसी और खिलाड़ी से ज्यादा भारत रत्न सम्मान के हकदार हैं।