उत्तर प्रदेश के 12 शहरों से लाए जाते थे सॉल्वर

Update: 2015-01-10 00:00 GMT

ग्वालियर। व्यापमं फर्जीवाड़ा के अंतर्गत फर्जी तरीके से पीएमटी पास कराने के खेल में फर्जी छात्रों की कॉपियां भरने के लिए गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के चार दलालों द्वारा सॉल्वर उत्तर प्रदेश के 12 शहरों से बुलवाए जाते थे। मामले की पड़ताल कर रही एसआईटी ने इन शहरों से आने वाले सोल्वरों को चिन्हित कर लिया है। शीघ्र ही पुलिस इनकी गिरफ्तारी का प्रयास करेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय सहित प्रदेश के अन्य चिकित्सा महाविद्यालयों में फर्जी तरीके से पीएमटी पास कराकर फर्जी छात्रों का प्रवेश कराने वाले दीपक यादव, विशाल यादव, शैलेन्द्र निरंजन एवं संतोष चौरसिया से जुड़े हुए दलाल 15 हजार का इनामी रासिद खान निवासी आजमगढ़, 15 हजार का इनामी सुरेन्द्र कुर्मी निवासी फतेहगढ़ एवं 10 हजार का इनामी अभिषेक सचान इन 12 शहरों से सोल्वर की व्यवस्था करते थे। पीएमटी परीक्षा से पूर्व स्थानीय दलालों द्वारा दिए गए ऑर्डर के आधार पर सोल्वर लाने वाले दलाल सोल्वरों की व्यवस्था करते थे। इसके लिए उत्तर प्रदेश के दलाल इन शहरों से होशियार चिकित्सा छात्रों को तैयारी के साथ परीक्षा दिलाने लाते थे। इसमें खास बात यह थी कि स्थानीय दलाल सिर्फ उत्तर प्रदेश के दलालों से दलाली की राशि तय करते थे। उनका सीधे सॉल्वरों से संपर्क तक नहीं हो पाता था। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के दलाल सोल्वरों से अपने हिसाब से सौदा तय करते थे।

इन शहरों से आते थे सॉल्वर
फरार इनामी दलाल रासिद खान, सुरेन्द्र कुर्मी तथा अभिषेक सचान मेरठ, कानपुर, लखनऊ, पीलीभीत, मथुरा, सेंफई, इलाहाबाद, गोरखपुर, आजमगढ़, फतेहगढ़, बदायंू, भरतपुर तथा धौलपुर आदि शहरों के चिकित्सा महाविद्यालयों से सोल्वर लेकर आते थे।

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