धूमधाम से मना नववर्ष उत्सव, सुंदरकाण्ड पाठ व रुद्राभिषेक में उमड़ा जनसैलाब
भिण्ड । रविवार को सुबह एक ओर कड़ाके की सर्दी थी तो, दूसरी ओर दंदरौआ सरकार को नदियों के जल से रुद्राभिषेक कराया जा रहा था। हजारों श्रद्धालु सुबह से ही सिर पर कलश लेकर हनुमान जी का अभिषेक करने के लिए आगे बढ़ रहा था। रविवार का दिन होने पर भी भक्तों को अपनी बारी का घण्टो इंतजार करना पड़ा। अवसर था दंदरौआ धाम पर नववर्ष के धार्मिक उत्सव का। ज्यादातर मंगलवार और शनिवार के दिन ही दंदरौआ धाम पर भक्तों की भीड़ देखी जाती है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ, जब रविवार का दिन भी मंगलवार जैसा दिखाई दिया। दिन भर भक्तों का मेला लगा रहा। ज्यादातर श्रद्धालु रात में ही दंदरौआ धाम पर पहुंच गए थे।
नववर्ष उत्सव का भव्य आयोजन था रुद्राभिषेक। इसकी पूरी तैयारी रात में ही कर ली गई थी। मंत्रोच्चारण के बीच 132 प्रकार की औषधियां, सभी नदियों का जल एवं कई प्रकार के सुगंधित द्रव्यों से पांच घण्टे तक लगातार हनुमन जी का रुद्राभिषेक किया गया। हनुमान जी को विशेष प्रकार की पोषाक पहनानकर छप्पन भोग भी लगाया गया। इस दौरान जब फूलों की बारिश हुई तो पूरा मन्दिर परिसर जयकारों से गूंज उठा।
दंदरौआ धाम के प्रमुख महंत रामदास जी महाराज ने बताया कि इस रुद्राभिषेक की तैयारी कई महीनों से की जा रही थी। इसके लिए सामग्री जुटाना एक कठिन काम था, लेकिन हनुमान जी की कृपा से कार्यक्रम के सहयोगी ब्रजकिशोर शर्मा कल्लू ने कड़ी मेहनत से हर चीज जुटा ली। दंदरौआ धाम पर मनाए गए भव्य वार्षिक उत्सव में क्षेत्रीय भक्तों के अलावा विभिन्न दलों के कई नेता और अधिकारी भी शामिल हुए। फिल्म निर्देशक प्रकाश मेहरा के उद्योगपति भाई अनिल मेहरा पूरे परिवार के साथ शामिल हुए। इनके अलावा मुरैना के सांसद अनूप मिश्रा, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती कृष्णकांता तोमर, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश सेवादल अध्यक्ष, क्षेत्रीय सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद, भिण्ड विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह, मौ नगर परिषद अध्यक्ष मुकेश भारद्वाज आदि शामिल भी उत्सव में पहुंचे।
राम काजु करि फिरि मैं आवौं...
सुन्दरकांड पाठ के दौरान देश के प्रसिद्ध सुंदरकाण्ड गायक अजय याज्ञनिक ने जब ये पक्तियां सुनाई तो पूरा मन्दिर परिसर दंदरौआ सरकार की जयकार से गूंज उठा। नववर्ष उत्सव पर भव्य सुंदरकाण्ड पाठ को सुनने के लिए श्रद्धालु देर तक रुके रहे। सर्दी के मौसम में भक्ति रस की गर्मी पर श्रद्धालु नाच रहे थे। अजय याज्ञनिक ने सुंदकाण्ड पाठ करते हुए कहा कि ये जो मिट्टी का शरीर है, इसकी कोई कीमत नहीं है, बस इसे भक्ति के रंग में रंग लो तो उद्धार हो जाएगा। इससे पहले मंदिर परिसर में कार्यक्रम के सहयोगी ब्रजकिशोर शर्मा (कल्ले) ने सभी अतिथि एवं भक्तों स्वागत किया।