बैठक में मंजूरी मिलने के बाद 15 दिसंबर तक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा
भोपाल। भोपाल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में शामिल कराने के लिए शनिवार को नगरनिगम परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गयी। आईएसबीटी परिसर में आयोजित हुई इस बैठक में अपर आयुक्त संजय कुमार ने स्मार्ट सिटी पर प्रेजेंटेशन दिया। स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव पर निगम की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद 15 दिसंबर तक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जायेगा। इसके बाद यह प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास भेजा जायेगा। स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण में भोपाल नगरनिगम को टॉप 20 शहरों की सूची में आने के लिए दिल्ली में इस योजना के 100 शहरों से मुकाबला करना है, इसंके लिए दिल्ली में भोपाल को स्मार्ट सिटी बनाने की योजना प्रस्तुत करना होगी।
नगर निगम परिषद की बैठक में बताया कि भोपाल शहर को स्मार्ट बनाने के लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपए का खर्च आयेगा। जिसमें सीवेज नेटवर्क पर 950 करोड़ एवं वॉटर सप्लाई पर 450 करोड़ रुपए खर्च किये जायेंगे। भोपाल को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लगभग चार लाख लोगों ने अपने सुझाव दिये हैं, जो पूरे देश में सबसे अधिक है। भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि भोपाल को सुंदर और बेहतर बनाने के लिए भरपूर प्रयास किये जायेंगे।
भोपाल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल कराने के लिए शहर भर में सभाओं और संगोष्ठियों के माध्यम से जनता से राय मांगी गयी थी, जिसमें छात्रों और शहर के बुद्धिजीवियों को भी शामिल किया गया था उसके बाद ही इसे अंतिम रूप दिया गया है।
भोपाल को स्मार्ट सिटी के एक्षन प्लान में शहर के चारों नॉलेज हब, इनोवेशन हब, मेडिकल, हेल्थ क्लब और कल्चरल हब बनाये जायेंगे। प्रोजेक्ट में यूनिफाईड गवर्नेंस और स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट को शामिल किया गया है। शहर के कुछ हिस्सों को पेन सिटी तर्ज पर विकसित किया जायेगा। पेन सिटी प्रोग्राम के तहत चुने क्षेत्र को किसी एक सुविधा से लेस किया जाता है। इसके तहत शहर के चुने गये क्षेत्र में इंटेलिजेंट स्ट्रीट लाइटिंग शामिल है। स्मार्ट सिटी के फाइनल प्रोजेक्ट में अगले दस साल में प्लानिंग की गयी है, इसमें करीब 20 हजार करोड़ की लागत आयेगी।