बेंगलुरू। पाक बोट मामले की खबर मीडिया में आने के बाद आज रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने साफ कर दिया कि पाकिस्तानी बोट को उड़ाने को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जो पहले दावा किया था, उस पर कायम है । रक्षा मंत्रालय ने पहले बयान दिया था कि पाकिस्तानी नौका को उस पर सवार लोगों ने खुद उड़ा दिया था। लेकिन एक अंग्रेज़ी अखबार ने कोस्ट गार्ड के डीआईजी बी के लोशानी के एक भाषण का हवाला दिया था जिसमें वे पाकिस्तानी नौका को उड़ाने का दावा करते नज़र आए । लोशानी ने इस तरह का कोई बयान देने का खंडन किया तो अखबार ने लोशानी के भाषण का आज विडियो जारी कर दिया ।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि अगर डीआईजी लोशानी ने इस तरह का कोई बयान दिया है तो उसकी जांच कराई जाएगी और उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। यानि गलत बयान देने के लिए डीआईजी लोशानी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
पर्रिकर ने कहा कि सरकार ने पहले जो बयान दिया, उस पर कायम है । अगर ज़रूरत पड़ी तो इस संबंध में सबूत भी जारी कर दिए जाएंगे। रक्षा मंत्री ने पत्रकारों को न्योता भी दिया कि मंगलवार को दिल्ली में ये सबूत ज़रूरत पड़ने पर दिखाए जा सकते हैं। यानि सरकार इस बात पर कायम है कि पाकिस्तानी नौका को उस पर सवार लोगों ने खुद उड़ाया था। रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि इस बारे में कोस्टगार्ड डीआईजी कोई बयान देने को अधिकृत नहीं है ।