वाशिंगटन | अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि वह ईरानी परमाणु वार्ता से संबंधित जिस विधेयक पर कांग्रेस में चर्चा चल रही है, उसपर हस्ताक्षर कर उसे कानून में परिवर्तित करने की उनकी योजना है। इसके साथ ही उन्होंने वादा किया कि इस कानून से तेहरान के साथ अंतिम समझौते को लेकर चल रही वार्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। समाचार एजेंसी एफे की एक रपट के मुताबिक, इटली के प्रधानमंत्री मत्तेयो रेनजी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शुक्रवार को ओबामा ने कहा कि अमेरिका तथा दुनिया की पांच अन्य शक्तियां ईरानी अधिकारियों के साथ जबतक एक निश्चित समझौते पर नहीं पहुंच जाती, ईरान के खिलाफ प्रतिबंध कड़ाई से जारी रहेंगे।ओबामा ने सीनेट के द्विदलीय विधेयक का बचाव किया, जिसके पास ईरान तथा पी5प्लस1 समूह के साथ अंतिम समझौते की समीक्षा करने का अधिकार होगा।रिपब्लिकन सीनेटर बॉब कॉर्कर तथा डेमोक्रेटिक सीनेटर बेन कार्डिन के नेतृत्व में हुए द्विपक्षीय समझौते को लेकर ओबामा ने कहा, "मुझे लगता है कि कॉर्कर-कार्डिन समझौते से निकलकर आने वाला अंतिम उत्पाद ईरान के साथ समझौते को प्रभावित नहीं करेगा।"राष्ट्रपति ने कहा, "विधेयक को प्रोत्साहन दे रहे सीनेटरों ने वादा किया है कि यह कांग्रेस के लिए एक सीधी व निष्पक्ष प्रक्रिया होगी, जिसके पास किसी भी समझौते के मूल्यांकन तथा अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार होगा, लेकिन उसका उद्देश्य समझौते को खत्म करना नहीं होगा।"