काठमांडू। पड़ोसी देश नेपाल में शनिवार को आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। भूकंप के बाद यहां सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। इस तबाही से यहां अब तक 876 लोगों के मरने की खबर मिल चुकी है। नेपाल पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है। भूकंप से कई इमारतें भी जमींदोज हो गईं है। नेपाल का कुतुब मिनार कहा जाने वाला भीमसेन टावर भी इसमें शामिल है। अभी तक इस टावर के मलबे से 180 शव निकाले जा चुके हैं। इसके अलावा काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास को भी नुकसान पहुंचा। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 मापी गई है। भूकंप से माउंट एवरेस्ट की चोटियों पर हुए हिमस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई है।
नेपाल में आई भीषण तबाही से लोगों की मौत की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। राहत व बचाव का कार्य जारी है। इस बीच यहां तबाही को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री से बात की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
भारत ने नेपाल के लिए हरक्यूलस सी130जे विमान से राहत सामग्री तथा एनडीआरएफ की कई टीमों को भेज दिया है। इसके अतिरिक्त एयरफोर्स की रैपिड एक्शन मेडिकल टीम को आधुनिक विमान ग्लोबमास्टर सी-17 से रवाना कर दिया गया है।