पिछले 24 घंटों में मौसम का बदलाव एक बार फिर कहर बनकर टूटा। प्रदेश में मंगलवार की सुबह भीषण आंधी-तूफान से 40 लोगों की जान चली गई। इसमें अकेले मध्य व पूर्वी यूपी में 32 जानें गईं। जबकि रुहेलखंड में चार लोगों की मौत हुई। उधर, ब्रज मंडल में भी चार लोगों की जान गई। तेज बारिश से फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है।
अमेठी में मंगलवार की सुबह आंधी के साथ हुई बारिश व आकाशीय बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हुई जबकि सुलतानपुर में दो लोग घायल हुए हैं। रायबरेली में सुबह अचानक आए आंधी तूफान और बरसात से कई स्थानों पर काफी संख्या में पेड़ गिरे वहीं बिजली की लाइनों को काफी क्षति पहुंची है। इसी दौरान हुए वज्रपात से तीन युवकों की मौत हो गई और एक अधेड़ गंभीर रूप से झुलस गया।
जबकि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक बालक भी मर गया। इसके अलावा बलरामपुर, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, सीतापुर और बाराबंकी में भी आंधी पानी से फसलों को नुकसान हुआ है। वाराणसी से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वांचल में मंगलवार की सुबह एक बार फिर मौसम ने अपना रुख बदला। पूर्वांचल में दस लोगों की मौत हो गई जबकि किसानों की बची खुची फसल भी बारिश की भेंट चढ़ गई। जगह-जगह पेड़ गिरने व तार टूटने से आवागमन व बाधित आपूर्ति बाधित हुई। बलिया, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़ में आंधी-पानी का व्यापक असर रहा। जाकि सोनभद्र, मिर्जापुर और भदोही में असर कम रहा। गाजीपुर में आंधी बारिश से तीन लोगों की मौत हो गई। वाराणसी में आंधी ने आम के बगीचे उजाड़ दिये और रामनगर का पीपा का पुल वाहनों समेत काफी दूर तक बह गया। गंगा में बन रहे नवनिर्मित पुल के खंभे से टकराकर पीपा पुल रुका। उस समय पुल पर मौजूद एक ऑटो का चालक गंगा में कूद गया। शाम को उसका शव बरामद हो गया। मनियर व सहतवार में झोपड़ी गिरने और भगदड़ में दो लोगों की मौत हो गई।
मऊ के छिछोर में चक्रवाती तूफान से छज्जा गिरने से युवती की मौत हो गई। आजमगढ़ में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। पेड़ गिरने से आजमगढ़-वाराणसी मुख्य मार्ग दो घंटे बाधित रहा। जौनपुर के खुटहन में करंट से बालक की मौत हो गई। सरपतहां क्षेत्र के पट्टीनरेंद्रपुर में स्कूल का छज्जा गिरने से कई बच्चे घायल हो गए। भूकंप के बाद डीएम के निर्देश के बावजूद स्कूल खुला था।
आंधी-तेज बारिश का व्यापक असर इलाहाबाद व प्रतापगढ़ में दिखा। यहां तूफान और आकाशीय बिजली से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि दस लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दस लोग झुलस गए। गोरखपुर-बस्ती मंडल में सुबह आई आंधी-बारिश से आम और लीची की फसल के साथ ही सब्जियों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इससे पहले भी इन पर मौसम की मार पड़ चुकी है। उधर बस्ती में एक बालिका की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गई। गोरखपुर विश्वविद्यालय में भूकंप पीड़ितों के लिए बने राहत शिविरों के टेंट आंधी में गिर गए। बारिश के दौरान महराजगंज के सुनौली बार्डर पर भूकंप पीड़ितों के लिए चल रहा राहत कार्य भी कुछ देर के लिए बाधित हुआ। वहीं रुहेलखंड में भी आंधी- पानी का खासा कहर रहा। बदायूं में दीवार ढहने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं कासगंज में भी दीवार ढहने से चार लोगों की मौत हो गई।