जनवरी से अब तक भेजे 63 नमूने, 13 फेल
श्योपुर। खाद्य वस्तुओं में मिलावट इस हद तक बढ़ गई है कि बेसन व तेल के लिए नमूने की जांच रिपोर्ट फेल आई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा जनवरी माह से लेकर अब तक उठाए गए खाद्य पदार्थों के नमूनों में से 13 नमूने जांच रिपोर्ट में फेल पाए गए हैं।
खाद्य वस्तुओं में हो रही मिलावट को रोकने के लिए यूं तो स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा मिलावटखोरों को आगाह किया जाता है, लेकिन कही न कही दण्डात्मक कार्रवाई के अभाव मेें यह समस्या जस की तस बनी हुई है। हालांकि लोगों को बगैर मिलावटी सामान मुहैया हो सके, इसकी कोशिश रहती है तथा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा सैम्पलिंग कार्यवाही करते हुए मिलावट न करने की हिदायत दी जाती है। लेकिन उठाए गए सैम्पल की जांच रिपोर्ट फेल आने के बाद कार्यवाही को लेकर जारी प्रक्रिया लंबी होने के चलते मिलावट खोरों पर शिकंजा कसना दूर की कड़ी साबित होता है।
जानकारी के मुताबिक खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा जनवरी 2015 से लेकर 6 मई तक 63 सैम्पल उठाए गए, जिनमें से 46 सैम्पल की जांच रिपोर्ट सामने आई है तथा 13 सैम्पल जांच में अमानक पाए गए हैं। जिन प्रतिष्ठानों के सैम्पल रिपोर्ट फैल आए हैं, उन्हें नोटिस भेजे जाने की कार्यवाही की गई है तथा तीन मामलों में केस रिपोर्ट बनाकर लगाई गई है। बताया गया है कि सैम्पल की रिपोर्ट मिथ्याछाप आने पर तीन लाख रुपए का जुर्माना एवं अमानक आने पर 5 लाख रुपए के जुर्माने का प्रावधान है।
इन पदार्थों की जांच
रिपोर्ट फैल
भोपाल लैब में जांच के लिए भेजे गए जिन खाद्य नमूनों की जांच रिपोर्ट फेल आई है, उसमें मल्टी सिरप के दो, दूध के चार, मिठाई के तीन, बेसन का एक, पोहे का एक तथा सरसों व अलसी तेल के एक- एक सैम्पल रिपोर्ट अमानक व मिथ्या छाप आई है।
इनका कहना है
खाद्य वस्तुओं में मिलावट करने वालों में भय बना रहे, इसके लिए निरंतर सैम्पल लेने की कार्यवाही जारी बनी रहती है। सैम्पल की रिपोर्ट फेल आने वाले प्रतिष्ठान संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं तथा तीन मामलों में केस भी बनाए गए हैं।
रवि शिवहरे
खाद्य सुरक्षा अधिकारी, श्योपुर