नीमच। एक 13वर्षीय मासूम हर दिन जिंदगी और मौत से लड रहा है। यह लडका 24 घंटे में करीब 2 से 3 बार उसकी सासे थम जाती है और ऑक्सीजन लगाने पर फिर ठीक हो जाता है। गरीबी और मजबूरी के कारण अपने बच्चे को मौत से जूझता देख मां बाप का मन पसीज उठा है। मामला मध्यप्रदेश के नीमच जिले का है।कौशल नाम का यह बच्चा पिछले 20 दिनों से प्रदेश के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। कौशल को जन्म से गंभीर ह्वदय रोग है। डॉक्टर बताते हैं बच्चे की रक्त वाहिनियां गलत जु़डी होने से यह समस्या है। इससे उसकी सांसें कभी भी थम जाती हैं और ऑक्सीजन मिलते ही फिर चलने लगती हैं। डॉक्टरों का कहना है कौशल का इलाज ऑपरेशन कर धमनियों को सही तरीके से जो़डकर ही संभव है। राज्य के किसी भी अस्पताल में बच्चे का इलाज संभंव नहीं है। बच्चे का ऑपरेशन मुंबई, बेंगलुरू, चंडीगढ़ पीजीआई,एम्स आदि बडे अस्पलालों में हो सकता है। इसलिए वहा के डॉक्टरों ने बच्चे के इलाज के लिए किसी ब़डे अस्पताल में ले जाने की सलाह दी है।लेकिन बडे अस्पताल में इलाज करवाने के लिए मां-बाप के पास पैसा नहीं है। बच्चे का एक ऑपरेशन हो चुका है। एक और होने के बाद वह पूरी तरह ठीक हो सकता है। ऑपरेशन बडे शहर में ही संभव है। कौशल की माता कमलेशबाई व पिता कृष्णगोपाल जाटव मजदूरी कर परिवार का पेट पालते हैं। लेकिन अभी बेटे के इलाज के लिए परेशान हैं। वे तीन महीने से मजदूरी करने भी नहीं जा पा रहे हैं। पैसा न होने के कारण व अपने बच्चे का इलाज नहीं करवा पा रहे है। अगर सरकार व समाजिक सस्थाओं द्वारा मदद मिल जाए तो बच्चे का इलाज करवाया जा सकता है।