प्रेमचंद्र जयंती पर बृजमोहन का हुआ सम्मान

Update: 2015-08-01 00:00 GMT

झांसी। मुंशी प्रेमचंद की 135वीं जयंती पर बुन्देलखण्ड साहित्य कला अकादमी ने ख्याति कथाकार बृजमोहन का एकल कथा पाठ व सम्मान कार्यक्रम लहरगिर्द में आयोजित किया। आयोजन के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार बल्लभ सिद्धार्थ थे। अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डा.रामशंकर भारती कर रहे थे। मुंशी प्रेमचंद्र के चित्र पर पुष्प अर्पण व अतिथि स्वागत उपरांत कथाकार बृजमोहन ने अपनी कथा चंगुल में तीमारदार व कविता दंगा का पाठ किया। कथा पाठ के पूर्व कथाकार का परिचय तथा कृतित्व का विवरण प्रस्तुत किया गया। कथा मेडीकल पेशे में मरीजों व तीमारदारों की लूट और अमानवीय घटना पर प्रकाश डालती है। कथा चंगुल में तीमारदार पर वरिष्ठ कथाकार अशोक पांडे, सुमन चतुर्वेदी, ब्रहमादीन बंधु, भूपेंद्र, सलीम शेख, अलख प्रकाश, अंकित अग्रवाल आदि ने विचार व्यक्त किए। कथाकार बृजमोहन ने कथा को लेकर उत्पन्न प्रश्रों व जिज्ञाया पर स्पष्टीकरण पेश किया। अतिथि संबोधन में मुख्य अतिथि बल्लभ सिद्धार्थ ने कहा कि कथाओं में प्रवाह और धार बरकरार रहनी चाहिए। लेखक पर सच के पक्ष में निडरता से खड़े होने की चुनौती है। कार्यक्रम अध्यक्ष डा.रामशंकर भारती ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद्र के समय की कथाओं के विषय और पात्र आज भी जीवंत है। आज के कथाकार इन्हें पकडऩे का प्रयास करते हैं।
पूर्व में संस्था अध्यक्ष कुंती हरीराम ने अतिथियों का स्वागत किया। संस्था की ओर से कथाकार बृजमोहन मुख्य अतिथि बल्लभ सिद्धार्थ तथा डा. रामशंकर भारती का शॉल सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डा.अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि दी गई। आभार एसपी सिंह सत्यार्थी तथा संचालन प्रेमकुमार गौतम ने किया। चित्रकार कामिनी बघेल, नाथूराम साहू व वाई.के. शर्मा विशेष रुप से उपस्थित रहे।

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