अशोकनगर | विज्ञान प्रदर्शनी में मॉडल तैयार कर ले गई छात्रा के आत्महत्या मामले में जहां पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं इस मामले में आरोपी शिक्षकों के बचाव में कुछ शिक्षकों ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। शनिवार को शिक्षकों द्वारा अपने साथी शिक्षकों के बचाव में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर मामले मेें शिक्षकों को झूठे फंसाने की बात का आरोप लगाया है।
छात्रा पूनम शर्मा द्वारा जहरीले पदार्थ का सेवन करने के बाद कचनार विद्यालय में पदस्थ शिक्षक दयाराम मौर्य, जितेन्द्र सिंह यादव एवं उजागर सिंह यादव पर प्रदर्शनी के दौरान प्रताडि़त करने का आरोप लगाया गया था। अब इस मामले में शनिवार को कुछ शिक्षकों ने अपने साथियों के बचाव में विद्यालय न पहुंचकर पुलिस अधीक्षक निवास पहुंचकर अधीक्षक संतोष सिंह गौर को ज्ञापन सौंपा। इस मामले में शिक्षकों का कहना है कि गुरुवार को घटना के दिन प्रभारी प्राचार्य दयाराम मौर्य एवं जितेन्द्र सिंह यादव द्वारा सांय 4.30 बजे विद्यालय से बच्चों की छुट्टी की गई और तत्पश्चात तीनों शिक्षक अपने-अपने घर गए। जिनमें से कोई भी शिक्षक विज्ञान प्रदर्शनी स्थल पर नहीं गया। छात्रा द्वारा जहरीले पदार्थ सेवन किया गया है वह अपने पारिवारिक कारणों के चलते किया गया है। इससे शिक्षकों का कोई संबंध नहीं है। मृतक छात्रा के पिता मोहन प्रसाद शर्मा उक्त संस्था में अध्यापक पद पर कार्यरत है जो कि पूर्व में संस्था में प्रभारी प्राचार्य रह चुके हैंं।
प्रभारी प्राचार्य के रहते उनका विद्यालय के कुछ शिक्षकों से विवाद भी हो गया था और उसी के द्वेशवश उनके परिजन शिक्षकों को इस घटना से जोड़ रहे हैं। इस मामले की जांच कराई जाए एवं झूठी शिकायत करने वाले छात्रा के पिता पर कार्रवाई की जाए।