धर्मेन्द्र मुठभेड़ कांड का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार

Update: 2015-09-07 00:00 GMT

124 लोगों ने दी गिरफ्तारियां, नहीं दिखा सके काले झंडे

ग्वालियर। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए धर्मेन्द्र कुशवाहा के मामले में अपराध शाखा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मांग अड़ी संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नगर आगमन पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने न सिर्फ हल्का बल प्रयोग किया बल्कि भीड़ पर पानी की बौछारे भी फैकी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 124 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। पुलिस के लिए खुशकिस्मती इस बात की है कि कोई भी प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के सामने तो दूर आसपास भी नहीं फटक पाए। उधर धर्मेन्द्र कुशवाह के परिजनों ने जरूर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और अपना दर्द बयां किया। मुख्यमंत्री ने समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
संघर्ष समिति के लोगों ने अंबेडकर पार्क से हाथों में काले झंडे लेकर सिटीसेंटर रोड की ओर बढऩे का प्रयास किया तो पहले से ही मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने जब पुलिस की एक नहीं सुनी तो बल को भी अपने हाथ दिखाना पड़ गए। मान सिंह चौराहा से प्रदर्शनकारियों ने जब आगे बढऩे का प्रयास किया तो पहले तो पुलिस ने इन्हें रोकना चाहा लेकिन जब बात नहीं बनी तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसे देखते ही प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई। इधर-उधर भाग रहे लोगों को पुलिस ने पकड़कर खूब लाठियां फटकारीं। इस दौरान सुग्रीव सिंह कुशवाहा के साथ खींचतान भी हुई।
नेताओं को लटकाया, पानी फैंका
प्रदर्शन के दौरान पूर्व पार्षद रामविलास गोस्वामी ने जब माकपा-भाकपा कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आगे बढऩे का प्रयास किया तो पुलिस ने उनकी डंगा-डोली कर दी। प्रदर्शनकारियों ने तब भी हार नहीं मानी तो अन्तत: पुलिस को पानी की बौछार का उपयोग करना पड़ा। पानी की बौछारें देखकर तो प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए। इस दौरान 124 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बाद में इन्हें रिहा कर दिया।
मुख्यमंत्री से मिले धर्मेन्द्र के पिता
अपराध शाखा द्वारा बदमाशों से हुई मुठभेड़ में मारे गए धर्मेन्द्र कुशवाह के पिता मोहन सिंह कुशवाह सहित पांच लोगों का सदस्य दल की मुलाकात विमानतल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हुई। मोहन सिंह ने अपने बेटे की मौत को अपराध शाखा द्वारा की गई मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए न्यायायिक जांच को अतिरिक्त प्रतिमा मैथ्यू द्वारा प्रभावित करने की आशंका जाहिर करते हुए उन्हें हटाने की मांग की। जिस पर श्री चौहान ने जांच प्रभावित न होने का आश्वासन दिया। वहीं दल के सदस्यों ने श्री चौहान से पीडि़त पक्ष की आर्थिक सहायता एवं भरण पोषण के लिए मृतक के छोटे भाई को सरकारी नौकरी देने की सिफारिश भी की। जिस पर श्री चौहान ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि शिवाराज सिंह के दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले है। जब कभी कोई परेशानी हो तो बेझिझक आ जाना। बताया गया है कि पांच सदस्य दल में मृतक के पिता मोहन सिंह कुशवाह, रमेश कुशवाह, प्रेमसिंह कुशवाह, मनोज कुशवाह एवं कमल किशोर कुशवाह रहे।
पांच के अलावा अन्य कोई नहीं मिलेगा
पुलिस अधीक्षक ने हिदायत देते हुए कहा कि केवल मृतक के पिता एवं अन्य चार लोग कुल पांच लोगों का प्रतिनिधि मण्डल ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सकेगा। जिस पर एयरपोर्ट पर जब मोहन सिंह के साथ पांच लोग चल दिए तो वहां पर उपस्थित काशीराम देहलवार ने साथ में चलने के लिए कहा। जिस पर पुलिस ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि तुम तो काले झंडे दिखाओ।

''मुख्यमंत्री का कार्यक्रम बड़ी शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण हुआ। मृतक धर्मेन्द्र के पिता मोहन सिंह कुशवाह अपने प्रतिनिधी मण्डल के साथ मुख्यमंत्री से मिले और मांगों को रखा। कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें छोड़ भी दिया गया।''
                                                   हरिनारायाणाचारी मिश्रा
                                                    पुलिस अधीक्षक

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