प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान में सेमीनार आयोजित
ग्वालियर, न.सं.। वर्तमान समय में उद्योगों में प्रतिस्पर्धा हर रूप में बढ़ रही है। ऐसे में उद्योगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है कि वे अपने यहां कार्यरत मानव संसाधन को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएं और उनके निरंतर विकास के लिए प्रयत्नरत रहें तभी यह उद्योग वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा पाएंगे। अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने से तात्पर्य केवल उनके वेतनमान को बढ़ाना ही नहीं अपितु उनके कार्य क्षेत्र से संबंधित सभी पहलुओं पर जैसे स्वास्थ्य, परिवार, लम्बे समय तक उनके रोजगार की नियमितता आदि भी शामिल है।
यह बात जीवाजी विश्वविद्यालय के एसओएस के अधिष्ठाता प्रो. योगेश उपाध्याय ने कही। वे प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान के सेकेण्ड नेशनल एचआर सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। प्रो. उपाध्याय ने अपने कहा कि मानव संसाधन निरंतर प्रगतिशील रहने के साथ-साथ सबसे महत्वपूर्ण विभाग होता है। इसका निरंतर विकास और बिना किसी अवरोध के चलते रहना उच्च प्रबंधन का सर्वोपरि उद्देश्य होता है। यह क्षेत्र अत्यंत परिवर्तनशील है।
कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. एस.एस. भाकर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सेमीनार की कॉर्डिनेटर प्रो. चन्दा गुलाटी ने सेमीनार की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान द्वारा आयोजित होने वाला यह द्वितीय राष्ट्रीय सेमीनार है। उन्होंने बताया कि उद्घाटन सत्र के पश्चात दो तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया। तत्पश्चात समापन समारोह का आयोजन भी संस्थान के सभागार में ही किया गया। इस मौके पर अतिथि के रूप में एडीएम शिवराज वर्मा, अविनाथ मिश्रा महाप्रबंधक, मानव संसाधन, गोदरेज मालनपुर, नवीन माथुर, प्रध्यापक राजस्थान विवि उपस्थित थे।