नरसिंहपुर। चिकित्सा विद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम जैसे प्रबंध संस्थानों में प्रतिभावान छात्रों को प्रवेश के लिए प्रदेश सरकार ने उनकी फीस की समस्या का निराकरण करते हुए इन संस्थाओं की फीस खुद भरने का फैसला लिया है। उच्च शिक्षा के लिए ऋ ण में आ रही समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने ऐसा कदम उठाया है। इसकी घोषणा शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां नरसिंहपुर जिले के घाट बम्होरी में वृहद हितग्राही सम्मेलन व निर्माण कार्यों के भूमिपूजन-शिलान्यास के दौरान कही।
उन्होंने सामान्य वर्ग के गरीब बच्चों को भी छात्रवृत्ति दिए जाने की बात कही और कहा कि अपरे-टपरे वाले कॉलेजों की बजाय चिंहित टॉप की संस्थाओं में प्रतिभावान छात्र प्रवेश पा सकेंगे। श्री चौहान ने आदिवासी पिछड़े इलाके मुंगवानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने की घोषणा की। उनके साथ केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने 26 जनवरी 2017 तक पूरे जिले को बाह्य शौचमुक्त करने के संबंध में लोगों को संकल्प भी दिलाया। उन्होंने नरसिंहपुर जिले को नशामुक्त करने के लिए आमजनों के सहयोग की अपेक्षा जताते हुए संकल्प दिलाया।
सुरक्षा घेरा तोड़ जनता से की मुलाकात
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने भाषण के बाद यहां सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आमलोगों से मुलाकात की। कार्यक्रम में दमोह सांसद प्रहलाद सिंह पटेल, नरसिंहपुर-होशंगाबाद सांसद राव उदयप्रताप सिंह समेत जिले के चारों विधायक भी मौजूद रहे।