धनराशि की कमी से शुक्रवार को भी लोगों को नहीं मिली राहत

Update: 2016-12-03 00:00 GMT

मथुरा। नोटबंदी से उत्पन्न स्थिति में बैंकों में धनराशि की कमी के चलते शुक्रवार को भी हालात जस के तस नजर आये। अब कर्मचारियों का रूख बैंकों की ओर से नगदी संकट और अधिक गहरा गया है। उम्मीद है कि एक दो दिन में 500-500 के नये नोटों की खेफ आ जायेगी। इसके बाद ही कुछ दिनों में हालात सामान्य की ओर अग्रसर होगें।

अब जन सामान्य के साथ कर्मचारियों के बैंक पहुंचने से भीड़ बढ़ी है। कर्मचारी, सरकारी, अद्र्धसरकारी कर्मचारीगण लाइनों में लगे हुए देखे गए। उम्मीद बस एक, किसी तरह उनकी सैलरी उनके हाथ में आ जाए। कर्मचारियों का कहना था कि ऐसा उनके साथ पहली बार हो रहा है। राज्य व केन्द्र सरकार के नुमाइंदे हाथों में चेक लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे। किसी के हाथ 24 हजार रूपये की स्लिप थी, तो कोई 20 हजार निकालने के लिए लाइन में लगा था, कोई कोई तो 10 -10 हजार रूपये के लिए लाइन में लगे थे। पूरा दिन निकल गया, मगर हाथ में कब रकम आयेगी।

आज भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पर भीड़ का दबाव काफी था, यहां सभी राज्य सरकारी कर्मचारियों के खातों के अलावा सेना के सेलरी खाते इसी बैंक में है। इसको लेकर आज कर्मचारी दिनभर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। सुबह से दोपहर हुई और दोपहर से शाम, मगर मन में पैसे न मिलने का दर्द सालता ही रहा।
कर्मचारियों का कहना था कि अब वह अपनी ड्यूटी करें या फिर पैसे निकालें। नया महीना शुरू हो गया, बच्चों की फीस से लेकर राशन तक, सभी को पैसा देना है, दूध वाले तक का उधार चल रहा है, अब कहां तक उधारी हो? पैसा हाथ में होना जरूरी है।

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