जनमानस

Update: 2016-02-16 00:00 GMT

जीना इसी का नाम है


सही मायने में जीना इसी का नाम है कि मरने के बाद भी कोई न कोई उसे याद रखे। इस परम तत्व को समझने वाले लोग ही मनुष्य जीवन में नाम कमा जाते हैं। अगर हम लोग एक दूसरे के काम आएंगे तो सही मायने में मानवता का विस्तार होगा। राजा, रंक, छत्रपति हो सभी को इस दुनिया से खाली हाथ जाना है पर जो दूसरों को खुशी दे, वही जीवन का सच्चा सुख व आनंद है। इस प्रकार की सकारात्मक सोच से ही इन्दौर द स्मार्ट डौनर सिटी इन्दौर बनाते जा रहा है। इन्दौर में चार महीने में पांचवीं बार हमारा इन्दौर ग्रीन कॉरिडोर बन कर मानवता धर्म में विश्वास कर नई इबादत महिदपुर के निवासी विश्वास डौसी परिवार द्वारा अंगदान कर विश्वास दुनिया से चले गए पर जो तीन लोगों को वह नया जीवन दे गए, वह बहुत बड़ी व अच्छी बात है। खासकर महानगर इन्दौर के लिए बहुत बड़ी बात है। नई जिन्दगी हेतु अंगदान की इस कवायद में मध्यप्रदेश का हृदय शहर इन्दौर बहुत गर्व महसूस कर रहा है। जिसमें रामेश्वर खेड़े, रमेश असरानी, सोनिया चौहान, दर्शन गुर्जर और अब विश्वास डोसी यह ऐसे लोग थे, जिनके परिवार ने हिम्मत व संयम रखते हुए जिन्दगी में दूसरों के लिए कुछ कर गुजरने की चाह में औरों से अलग खड़ा कर दिया।

 

                                                        हरिहरसिंह चौहान

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