रजिस्ट्रार के पहुंचने पर शांत हुआ मामला
ग्वालियर। मंगलवार को नकल पकडऩे से नाराज एक छात्रा ने पर्यवेक्षक पर छेडख़ानी का आरोप लगा दिया, जिसके चलते जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में जमकर हंगामा हुआ। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे रजिस्ट्रार ने सच्चाई जानने के बाद मामले को शांत कराया। मंगलवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन के कक्ष क्रमांक 15 में एक छात्रा बीकॉम तृतीय सेमेस्टर का पेपर दे रही थी।
इसी कमरे में उसका साथी नकल करते पकड़ा गया। इसके बाद छात्रा बार-बार उठने लगी तो पर्यवेक्षकों को शंका हुई तो उन्होंने महिला पर्यवेक्षक से उक्त छात्रा की तलाशी लेने के लिए कहा। इस पर छात्रा भड़क गई और उसने तुरंत उत्तर पुस्तिका जमा कर दी। करीब आधे घण्टे बाद छात्रा परीक्षा भवन में आ गई और एक पर्यवेक्षक पर छेडख़ानी का आरोप लगाने लगी। इसको लेकर भाराछासं के कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा की सूचना मिलते ही रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रा से संबंधित पर्यवेक्षक का नाम पूछा, लेकिन वह गलत नाम बताने लगी, तब जाकर मामला रफा-दफा हुआ। प्रत्यक्षदर्शी पर्यवेक्षकों का कहना था कि जब छात्रा के दोस्त की नकल पकड़ी गई तो वह भड़क गई।
इसके बाद उसकी तलाशी ली गई तो छेडख़ानी का आरोप लगा दिया। इस मामले में केन्द्राध्यक्ष डॉ. शांतिदेव सिसौदिया ने बताया कि छात्रा की तलाशी ली गई तो उसने हंगामा खड़ा कर दिया। हमने स्वयं छात्रा से कमरों में पर्यवेक्षक की पहचान कराई तो उसका आरोप गलत साबित हुआ।