भव सागर को पार कर अमर होना है तो परमात्मा से संबंध जोड़ों : बाल व्यास

Update: 2016-02-22 00:00 GMT

गुना। भव सागर को पार कर अमर होना है तो परमात्मा से संबंध जोड़ लो। हमारे भक्ति रुपी पेड़ की जड़ में कीड़े लग रहे हैं। काम, क्रोध, मोह, मद्, वात्सल्य आदि इस पेड़ को हरा-भरा नहीं होने दे रहे हैं। इसलिए कुटिलता को हटाने के लिए निश्छल हो जाओए फिर ईश्वर के चरणों में मन लग जाएगा। हमारी प्रत्येक हरकत को वो देख रहा है। उक्त बात कुशवाह मोहल्ला में बृजलाल जाटव के निवास पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में पं. बालव्यास सुदामा महाराज ने कही। कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक चल रही है। कथा में सुदामाजी ने कहा कि सुदामा को कृष्ण ने अपने सीने से लगा लिया। यह देखकर सब आश्चर्य करने लगे। भगवान ने उन्हें मालामाल कर दिया। हमें यही संदेश देते हैं कि तुम भी सुदामा की तरह भगवान से प्रीत कर लोए तुम्हें भी श्याम.सुंदर के दर्शन हो जाएगी। कथा समापन पर आयोजन समिति के बृजलाल जाटव, महेश साहू, छोटेलाल कुशवाह, गोकुल, रामप्रसाद जाटव, नारायण लाल जाटव व सहयोगियों का शॉल-श्रीफल और फूल मालाओं से सम्मान किया गया।

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