नई दिल्ली | सरकार ने आम बजट में कर्मचारी भविष्य निधि पर आयकर के प्रस्ताव को लेकर उपजे रोष को लेकर बुधवार को लोकसभा में आश्वासन दिया कि बजट प्रस्तावों पर चर्चा के दौरान लोगों की चिंताओं का समाधान कर दिया जाएगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सदन में प्रश्नकाल के बाद तृणमूल कांग्रेस के प्रो. सौगत राय द्वारा ईपीएफ पर आयकर लगाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्मचारियों की धरोहर राशि पर आखिर कैसे लगाया जा सकता है।
प्रो. राय, राष्ट्रीय जनता दल के जयप्रकाश नारायण यादव, कांग्रेस के एंटो एंटनी ने इस विषय पर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था जिसे अध्यक्ष ने यह कहते हुए अनुमति नहीं दी कि वे इस विषय को बजट में चर्चा के लिये उठा सकते हैं।अध्यक्ष ने कुछ अन्य मुद्दों पर सदस्यों के विशेषाधिकार प्रस्ताव मिलने और उनके विचाराधीन होने की बात कही, तो इससे असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रो. राय ने जब ईपीएफ का विषय उठाया तो वित्त मंत्री जेटली खड़े हो गये और उन्होंने कहा, 'मैं इस मुद्दे का बजट पर चर्चा के दौरान समाधान कर दूंगा।'
उल्लेखनीय है कि 29 फरवरी को लोकसभा में पेश किए गए आम बजट में सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारी भविष्य निधि की पूर्ण निकासी पर उसकी 60 प्रतिशत राशि पर आयकर लिये जाने की घोषणा की थी जिसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया है। सरकार ने मंगलवार को भी संकेत दिए थे कि इस बजट प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया जा सकता है।