सोले, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अमेरिका के नए प्रतिबंधों को धता बताते हुए उत्तर कोरिया लगातार परीक्षण और प्रक्षेपण कर रहा है। पूर्वी तट से उसने सोमवार को कम दूरी तक मार करने वाली पांच मिसाइलें समुद्र में दागीं। बढ़ते सैन्य तनाव के बीच किम जोन उन ने कई मिसाइल लांच करने का आदेश दिया है। इससे प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ गया है।
उत्तर कोरिया ने 10 मार्च को ही मध्यम दूरी तक मार करने वाली दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। सुरक्षा परिषद ने इसे संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव का उल्लंघन बताते हुए इसे अस्वीकार्य करार दिया था। इसके बावजूद उत्तर कोरिया ने ताजा परीक्षण किए। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने स्थानीय समय के अनुसार 3:20 बजे छोटी दूरी की पांच मिसाइलों का परीक्षण किया।
इनकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर तक है। इन्हें पूर्वी शहर हैमहंग से छोड़ा गया जो पूर्वी सागर (जापान सागर) में जाकर गिरीं। विश्लेषक मिसाइल के बारे में खुफिया सूचना जुटा रहे हैं। बीते शुक्रवार को भी उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर पर दो मिसाइल परीक्षण किए थे, जिन्हें उच्च क्षमता वाला बहुद्देशीय रॉकेट लांचर करार दिया जा रहा है।
प्रायद्वीप के लिए संकट
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क गुएन ने इसे कोरियाई प्रायद्वीप के लिए गंभीर खतरा करार दिया है। वरिष्ठ सहयोगियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा सख्त पाबंदियों के बावजूद उत्तर कोरिया उकसावे की कार्रवाई कर रहा है। ये परीक्षण किम जोन उन के हालिया आदेश के मद्देनजर किए जा रहे हैं।
तनाव और बढ़ने के आसार
दक्षिण कोरिया के कार्यकर्ता किम जोन उन द्वारा मानवाधिकारों के व्यापक उल्लंघनों की आलोचना करने वाले एक करोड़ पर्चे उत्तर कोरिया में गिराने की तैयारी में हैं। इससे कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और बढ़ सकता है। उत्तर कोरिया छोड़कर आए कार्यकर्ता पार्क सांग हक ने कहा कि पर्चे गिराने का काम 26 मार्च को इम्जिनगाक से होगा जो सीमावर्ती शहर पाजू में स्थित है। दक्षिण कोरियाई सरकार ने भी कहा कि कार्यकर्ताओं को पर्चे गिराने का अधिकार है।
कंजर्वेटिव कार्यकर्ता उत्तर कोरिया से अंतुष्ट होकर आए लोगों के साथ कई सालों से हीलियम के बड़े-बड़े गुब्बारों के जरिये पर्चे गिराते रहे हैं। इससे प्योंगयांग नाराज हो जाता है। उत्तर कोरिया पहले ही जवाबी सैन्य कार्रवाई की धमकी दे चुका है। अक्तूबर 2014 में उत्तर कोरिया के अग्रिम मोर्चे पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कई गुब्बारों को मार गिराने की कोशिश की थी। इसके बाद सीमा पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी भी हुई थी।
फिर परमाणु परीक्षण की तैयारी
दक्षिण कोरिया ने आशंका जताई है कि उत्तर कोरिया जल्द ही पांचवां परमाणु परीक्षण कर सकता है। दक्षिण कोरियाई प्रशासन ने सोमवार को कहा कि उत्तर कोरिया ने तकनीकी रूप से परीक्षण की तैयारी कर ली है। दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सख्त पाबंदियों के बावजूद प्योंगयांग पांचवां परमाणु परीक्षण करने को पूरी तरह से तैयार है। अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय का ब्लॉग ‘38 नॉर्थ’ पहले ही इस बाबत चेतावनी जारी कर चुका है। अमेरिकी थिंक टैंक ने उपग्रह चित्रों का हवाला देते हुए उत्तर कोरिया के मुख्य परमाणु स्थल पर हलचल होने का दावा किया है। उसका कहना है कि परीक्षण कभी भी किया जा सकता है।
अमेरिकी दावों पर निष्कर्ष
दक्षिण कोरिया के आंतरिक मामलों को देखने वाला एकीकरण मंत्रालय अमेरिकी दावों पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि उत्तर कोरिया जल्द ही पांचवां परीक्षण कर सकता है। मंत्रालय के प्रवक्ता जियोंग जून ही ने बताया कि किम सरकार सभी संभावनाओं की तैयारी कर रही है। रक्षा मंत्रालय ने भी कहा कि नेतृत्व से आदेश मिलते ही उत्तर कोरिया परीक्षण करेगा। मंत्रालय के प्रवक्ता मून सैंग ग्युन ने कहा कि हमारी सेना और अमेरिका के खुफिया अधिकारी ऐसी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
बता दें कि उत्तर कोरिया 2006, 2009 और 2013 में भी परमाणु परीक्षण कर चुका है, जबकि चौथा परीक्षण 6 जनवरी को किया था। फरवरी में सैटेलाइट रॉकेट का प्रक्षेपण किया, जिसे छद्म बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण माना जा रहा है। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर अब तक के सबसे सख्त वित्तीय और व्यापारिक प्रतिबंध लगाए हैं। दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने भी एकतरफा प्रतिबंध लगाए हैं। प्रायद्वीप में जारी तनाव के मद्देनजर दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अपने सालाना सैन्य अभ्यास को आगे बढ़ाया। इन दिनों दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभ्यास जारी है। उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन ने इसे अपने लिए खतरा बताते हुए और परमाणु परीक्षण तथा मिसाइल प्रक्षेपण की धमकी दी है।