इस्कॉन का स्वर्ण जयंती वर्ष होने से भक्तों में उत्साह
झाँसी। इस्कॉन के जोनल सेके्रटरी देवकी नन्दन प्रभु (प्रभु) एवं मंदिर अध्यक्ष बृजभूमि दास ने बताया कि इस वर्ष इस्कॉन की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। इसलिए इस्कॉन के भकत इस्कॉन स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में इसे मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस्कॉन संस्था की स्थापना संस्थापक आचार्य अभय चरण भक्ति वेदान्त स्वामी प्रभूपाद(श्रील प्रभूपाद जी) के द्वारा सन् 1966 में न्यूयॉर्क शहर में की गई थी। इस उपलक्ष्य में विश्व भर के सभी केंद्रों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
जोनल सेक्रेटरी देवकीनन्दन प्रभू ने बताया कि झाँसी में इस्कॉन झाँसी के द्वारा एक अप्रैल को दोपहर 12 बजे से राजकीय संग्रहालय से विशाल जगन्नाथ रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह रथ यात्रा राजकीय संग्रहालय से प्रारंभ होकर जीवनशाह, इलाईट, आशीर्वाद गार्डन, सेल टैक्स ऑफिस, झाँसी होटल, सदर बाजार, कचहरी, जेल चौराहा, झौकनबाग, गोविन्द चौराहा होते हुए मिनर्वा चौराहा पहुंचेगी। रथ यात्रा के पश्चात हरे कृष्ण मंदिर प्रांगण में सायं 7:30 बजे से 9:30 बजे तक संध्या आरती, कीर्तन उपरांत श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज द्वारा भगवान जगन्नाथ की महिमा पर प्रवचन किया जाएगा।
एक सवाल पर उन्होंने बताया कि जगन्नाथ रथ यात्रा में 25 देशों के करीब 50 भक्त भी भाग लेंगे। यह यात्रा 4 अप्रैल को चित्रकूट व 10 अप्रैल को इटावा में भी निकाली जाएगी। इसके माध्यम से कृष्ण भक्ति का प्रचार किया जाएगा। इस्कॉन भक्तों ने करोड़ों भगवत गीता लोगों तक बिक्री कर पहुंचाई।
इस अवसर पर जगन्नाथ रथयात्रा समिति के अध्यक्ष गंगाराम शिवहरे, उपाध्यक्ष पीयूष रावत, अशोक सेठ, डॉ. अशोक गुप्ता(अन्योरदास), करूणा सिन्धुदास व राजीव अग्रवाल उपस्थित रहे।