मेक इन इंडिया के तहत 37 फीसदी एफडीआई की बढ़ोतरी
नई दिल्ली। देश में निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'मेक इन इंडिया’ में काफी सकारात्मक परिमाण देखने को मिल रहा है। सरकार के मुताबिक कार्यक्रम शुरू होने के बाद इस साल फरवरी तक देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 37 फीसदी तक की बढ़त हुई है।
गुरुवार को राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी “मेक इन इंडिया” की शुरूआत होने के बाद से अक्तूबर 2014 से फरवरी 2016 तक एफडीआई में 37 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। यह कार्यक्रम की शुरूआत से पहले की अवधि से 8 फीसदी ज्यादा की बढ़ोतरी है।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि देश को वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण निवेश तथा विनिर्माण हब बनाने के लिए ही मोदी सरकार ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इसके तहत सरकार ने देशी और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में ही वस्तुओं के निर्माण पर ज़ोर दिया है। सरकार ने दावा किया है कि कार्यक्रम की सफालता से देश में अगले आठ सालों में में देश में 10 करोड़ नौकरियां मिल पाएंगी. अगर ऐसा होता है देश की बेरोजगारी की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।