सरगना व साथी गिरफ्तार, नाबलिग ने की थी शिकायत, तीन युवतियां बरामद
ग्वालियर। माधौगंज थना क्षेत्र मे देह व्यापार के अड्डे पर पुलिस ने धावा बोलकर तीन युवतियों को बरामद कर लिया। युवतियां देह व्यापार के लिए अड्डे पर लाई गई थीं, इस मामले में सरगना और उसके साथी को पुलिस ने पकड़ लिया है तथा उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
माधौगंज थाना क्षेत्र से 1 अप्रैल को एक नाबलिग लापता हुई थी। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि युवती देह व्यापार के सरगना के हाथों मे चली गई है। वह युवती किसी तरह देह व्यापार के अड्डे से निकल कर पुलिस के पास पहुंच गई। जैसे हीपुलिस को पता चला कि क्षेत्र में देह व्यापार का धंधा फलफूल रहा है तत्काल उसने अमरकंटक अपार्टमेंट में छापा मारा। पुलिस उस समय दंग रह गई जब अपार्टमेंट में युवतियां मौजमस्ती करने के लिए मौजूद थी और देह व्यपार चल रहा था। पुलिस ने छापामार कार्यवाही करते हुए सरगना पीयूष पुत्र प्रदीप चौहान निवासी शक्ति अपार्टमेंट न्यू साकेत नगर और उसके साथी रीतेश मलिक को गिरफ्तार कर लिया। पीयूष बाहर से युवतियों को लेाकर शहर में देह व्यापार का अड्डा चला रहा था। उसके अड्डे से नैना उर्फ जसमीन खां निवासी कानपुर, साक्षी गुप्ता निवासी गारेखपुर और प्रीती प्रजापति निवासी बिलौआ को भी बरामद किया गया। पकड़ी गई युवतियों ने पुलिस को बताया कि पीयूष देह व्यापार कराने के लिए उन्हे शहर में बुलाता था और उसका साथी ग्राहक को लेकर अपार्टमेंट में आता था। पुलिस ने पकड़े गए सरगना पीयूष से देह व्यापार के सम्बध में पूछताछ शुरू कर दी है।
ऐसे हुआ खुलासा
माधौगंज थाना क्षेत्र से नाबलिग युवती लापता हो गई थी उसे देह व्यापार करने वाले सरगना पीयूष चौहान ने अपने कब्जे में कर लिया था। युवती पर पीयूष नेे दबाव बनाया था कि वह अपने मामा और भाई पर यौन शोषण का मामला दर्ज कराए। युवती सरगना के कब्जे से छूटकर महिला पुलिस के पास पहुंच गई और पूरी कहनी पुलिस को सुना दी। पुलिस ने दबिश देकर अड्डे का राजफाश कर दिया।
फ्लैट बदलकर करता था पीयूष धंधा
बताया गया है कि पीयूष ने शहर में तीन-चार स्थानों पर किराए से फ्लैट ले रखे हैं। पुलिस की नजर से बचने के लिए वह ठिकाने बदलकर अपने कारोबार को ऊंचाईयों पर ले जा रहा था। लम्बे समय से पीयूष यह काम कर रहा है।
शहर की कॉलोनियों में संचालित हैं अड््डे
शहर की पॉश कॉलोनियों में आज अवैध ध्ंाधों के अड्डे जमकर फलफूल रहे हैं और पुलिस को इन पर छापामार कार्यवाही करने का समय ही नही है। यदि नाबलिग पुलिस से सरगना की शिकायत नहीं करती तो पीयूष अपने कारोबार को आसानी से कर रहा था।