उत्तराखंड में कुदरत का कहर, चारधाम यात्रा पर छाए संकट के बादल
नई दिल्ली| उत्तरखंड की चारधाम यात्रा पर मौसम फिर अपना कहर बरपा रहा है। शनिवार को उत्तराखंड में तीन जगहों पर बादल फटने से इस प्रसिद्ध तीर्थयात्रा पर संकट के बादल मंडराने लगे है। बारिश से चार धाम की यात्रा पर असर पड़ सकता है और यह बाधित हो सकती है।
उत्तराखंड में अगले 36 घंटे तक भारी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। नैनीताल, अल्मोड़ा और देहरादून में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। साथ ही बद्रीनाथ और केदारनाथ में भी भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है। केदारनाथ में चार धाम की यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को सेफ जोन में रोका गया है। श्रद्धालुओं से दोपहर बाद यात्रा शुरू करने को कहा गया है।
गौर हो कि उत्तराखंड के टिहरी और उत्तरकाशी जिलों में बादल फटने से छह व्यक्तियों की मौत हो गयी। बादल फटने के मामलों में मरने वालों की कुल संख्या बढकर छह हो गई है। भारी बारिश के कारण टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में शनिवार को सिलसिलेवार बादल फटे। बलगाना घाटी में आधे दर्जन से ज्यादा गांवों में सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और चार धाम यात्रा बाधित हो गई है और केदारनाथ जा रहे सैकड़ों यात्री लांबगांव, कोटलगांव और चमियाला में फंस गए। तेज बारिश से कई जगह सड़कें बह गईं, जिसके कारण चारधाम तीर्थयात्री यात्री घंटों फंसे रहे।