धूल खा रहे खुले में पड़े लाखों के फ्रीजर

Update: 2016-06-07 00:00 GMT

नहीं है शव विच्छेदन गृह फिर भी मंगाए फ्रीजर

ग्वालियर। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते जिला अस्पताल मुरार में भारी अव्यवस्थाओं के चलते जहां मरीजों को आए दिन उपचार, जांच और दवाओं के लिए परेशान होना पड़ता है। वहीं लाखों की मशीनों और अन्य उपकरणों का उपयोग नहीं होने के कारण उनकी बर्बादी हो रही है। इसी कड़ी में प्रबंधन का यहां एक और कारनामा सामने आया है जिसमें यहां मंगाए गए लाखों के फ्रीजर खुले में पड़े धूल खा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में शव विच्छेदन गृह (पोस्टमार्टम हाउस)नहीं है, लेकिन इसके बावजूद यहां वह फ्रीजर मंगवा लिए गए हैं जिनका उपयोग हादसों या दुर्घटना में मृत लोगों के शव को रखने के लिए किया जाता है। जबकि इन्हें जयारोग्य भिजवाया जाना चाहिए था लेकिन पिछले आठ दिन से ये डीप फ्रीजर जिला अस्पताल के टा्रॅमा सेन्टर के मुख्य द्वारा पर ऐसे ही खुले में पड़े हुए हैं, लेकिन इन्हें अभी तक ना तो जयारोग्य चिकित्सालय भेजने की कोई कार्यवाही की गई, और न ही जिला अस्पताल के स्टोर कीपर को सौंपा गया हैं। इस बीच आंधी- बारिश का सामना भी इन्हें करना पड़ा है लेकिन अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। बताया जाता है कि शासन द्वारा प्रदेश के 51 जिलों में शव विच्छेदन गृह के लिए लाखों रूपए के यह डीप फ्रीजर भेजे गए हैं, जिनमें ग्वालियर भी शामिल है।

कई बार लिख चुके पत्र
फ्रीजर अस्पताल के मुख्य द्वारा पर रखे होने के कारण यहां उपचार के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को उनके परिजन अपने हाथों पर टांग कर ले जाने के लिए मजबूर हैं। क्योंकि यहां से स्ट्रेचर या व्हीलचेयर नहीं निकल सकते। जिला अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा इस सम्बन्ध में कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं, लेकिन आला अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
''फ्रीजर बहुत बड़े हैं, उन्हें क्रेन से उठवाना पड़ेगा, हमने इनकी मांग नहीं की थी। शासन की ओर से यह फ्रीजर भेज दिए गए हैं। शीघ्र ही इन्हें रखवान की उचित व्यवस्था की जाएगी।''

डॉ. डी.डी. शर्मा
सिविज सर्जन, ग्वालियर

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